बैकफुट पर आए हरियाणा के कृषि मंत्री, विवादित बयान पर दी सफाई
आत्महत्या कर रहे किसानों पर विवादित बयान देकर सुर्खियोंं में आए हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने एक प्रेस कांफ्रेंस में अपने विवादित बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि वे लंबे अरसे से किसानों के हित की राजनीति कर रहे हैं। फिर किसानों को कैसे कायर कह सकते
चंडीगढ़ । आत्महत्या कर रहे किसानों पर विवादित बयान देकर सुर्खियोंं में आए हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने एक प्रेस कांफ्रेंस में अपने विवादित बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि वे लंबे अरसे से किसानों के हित की राजनीति कर रहे हैं। फिर किसानों को कैसे कायर कह सकते हैं। मेरी बात का गलत अर्थ निकाला गया। उन्होंने कहा कि मैंने कभी किसानों की निंदा नहीं की। मैंने तो आत्महत्या को निंदनीय कहा है और सभी जानते हैं कि आत्महत्या करना कोई प्रशंसनीय काम नहीं है।
हरियाणा के कृषि मंत्री ने आगे कहा कि किसान मेरे लिए मंत्री पद और राजनीति से ऊपर हैं। मैंने किसानों के लिए पदयात्राएं की हैं। उनके विरुद्ध कैसे बोल सकता हूं। कुछ लोगों ने अपने ढंग से मतलब निकाल लिए। उन्होंने कहा कि मैं अपनी आलोचना को सकारात्मक ढंग से देखता हूं। आलोचना से मुझे सीखने का मौका मिलता है। मेरे पास पीड़ित किसान अक्सर आते हैं और मैं एच्छिक निधि से उनकी मदद करता हूं। हम राज्य में पहली बार किसानों को १०९२ करोड़ रुपये का मुआवजा बांटने जा रहे हैं। कल से मुआवजा वितरण शुरू हो जाएगा। स्पेशल पावर आफ अटार्नी दिखाकर मुआवजा मिलेगा। यदि एक जमीन में २० हिस्सेदार हैं तो सभी को कम से कम 500-500 रुपये मुआवजा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार राज्य के किसानों के साथ खड़ी है। गेहूं का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। किसी किसान को कोई तकलीफ नहीं होने दी जाएगी। किसानों को जोखिम से बचाने के लिए हम फसल बीमा निगम बनाने जा रहे हैं। बीमा कंपनी से बातचीत चल रही है। अटल खेती बाड़ी खाता योजना का पायलट प्रोजेक्ट तरावड़ी, टोहाना और झज्जर में शुरू हो चुका है। इस योजना के लागू होने के बाद किसानों से धोखा नहीं होगा।