लापरवाही पटरवारी की, भुगत रहा किसान
पटवारी की लापरवाही का खामियाजा एक किसान को भुगतना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : पटवारी की लापरवाही का खामियाजा एक किसान को भुगतना पड़ रहा है। किसान अपना बाजरा बेचने के लिए एक सप्ताह से अधिकारियों के चक्कर काट-काटकर परेशान हो गया है। अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है। इसलिए उसने निश्चय किया है कि अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे अपनी बाजरे से भरी ट्राली में 27 नवंबर को आग लगा देंगे।
गांव दयालपुर के रहने वाले हरी सिंह हुड्डा ने तीन एकड़ में बाजरा बोया था। उसने मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर आनलाइन पंजीकरण कराया था। पटवारी ने अपनी गिरदावरी में डेढ़ एकड़ में ज्वार और डेढ़ एकड़ में बाजरा अंकित कर दिया। उसके पास चंडीगढ़ से बाजरा लाने के लिए संदेश डेढ़ एकड़ आया, तो वह सन्न रह गए। उन्होंने बाजरे का गेट पास मार्केट कमेटी से मांगा, तो वहां पर डेढ़ एकड़ का ही रिकार्ड मिला। मार्केट कमेटी के अधिकारियों ने पटवारी से लिखवाकर लाने के लिए कह दिया। जब पटवारी से लिखवा कर मार्केट कमेटी के अधिकारियों के पास पहुंचे, तो उन्होंने उपायुक्त कार्यालय भेज दिया। उपायुक्त कार्यालय से उन्हें जिला राजस्व अधिकारी कार्यालय में सदर कानूनगो के पास भेज दिया। सदर कानूनगो का कहना है कि जिला राजस्व अधिकारी सतीश यादव का गुरुग्राम तबादला हो गया। नए राजस्व अधिकारी बस्तीराम आए हैं। उनका नंबर अभी किसान हेल्पलाइन के पास नहीं है। इस तरह से अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। जब अन्नदाता की ऐसी स्थिति होगी, तो फिर दूसरे लोगों के साथ सरकारी कार्यालय में कैसा व्यवहार होता है, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है। मैं सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट कर परेशान हो चुका हूं। अब मैं अपने जैसे दूसरे किसानों से संपर्क करूंगा और 27 नवंबर को बाजरे से भरी हुई ट्राली में मार्केट कमेटी के कार्यालय के बाहर आग लगा दूंगा। क्योंकि जब कोई उनकी फसल को खरीदने वाला ही नहीं है, तो बोने का क्या लाभ।
-हरी सिंह हुड्डा, दयालपुर हरी सिंह हुड्डा की समस्या का समाधान मार्केट कमेटी के पास नहीं है। उन्हें किसान हेल्पलाइन पर बात करनी चाहिए। क्योंकि उनकी समस्या का समाधान चंडीगढ़ से होगा।
-इंद्रपाल सिंह, अतिरिक्त सचिव एवं कार्यकारी अधिकारी मार्केट कमेटी बल्लभगढ़