मेरा शहर मेरी कोशिश - बुंदेलखंड
अब नंबर आता है बुंदेलखंड का, जिसमें बादा, महोबा, चित्रकूट, हमीरपुर, जालौन जिले आते हैं। भूगर्भ जल स्तर में भारी गिरावट के कारण इस क्षेत्र में कृषि और पशुपालन की स्थिति बेहद कमजोर है। चुनौती : - बेरोजगारी, गरीबी और पलायन से जूझते बुंद
अब नंबर आता है बुंदेलखंड का, जिसमें बादा, महोबा, चित्रकूट, हमीरपुर, जालौन जिले आते हैं। भूगर्भ जल स्तर में भारी गिरावट के कारण इस क्षेत्र में कृषि और पशुपालन की स्थिति बेहद कमजोर है।
चुनौती :
- बेरोजगारी, गरीबी और पलायन से जूझते बुंदेलखंड का उबारने के लिए पिछले लोकसभा चुनाव के पूर्व से ही विशेष पैकेज की सियासत का शोर रहा। सत्ता पक्ष और विपक्ष के आरोप-प्रत्यारोप के बाद दो साल पूर्व केंद्र सरकार ने बुंदेलखंड में सिंचाई संसाधनों के विकास, कृषि, पशुपालन की बेहतरी सहित बारह कायरें के लिए 3200 करोड रुपये का विशेष पैकेज घोषित किया। तीन वर्ष के अंदर पूरा धन खर्च कर कार्य का लक्ष्य पूरा किया जाना था, लेकिन दो वर्ष में केवल 1400 करोड रुपये खर्च किए जा सके।
संभावनाएं:
धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से चित्रकूट ऐतिहासिक दृष्टि से महोबा में पर्यटन के विकास की अपार संभावनाएं हैं। यहा ऐतिहासिक धरोहरों के सरंक्षण के साथ पर्यटन के प्रोत्साहन के उपाय हो तो न इलाके को रोजगार का साधन मिल सकेगा एवं उच्च शिक्षा के क्षेत्र में काम किए जाने की जरूरत है। कम पानी से होने वाली फसलों को प्रोत्साहन देने के लिए कानपुर के दलहन अनुसंधान केंद्र जैसे संस्थान की जरूरत जो कृषि की बेहतरी के उपाय सुझा सके।
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