43 वर्षीय पेस ने साफ किया, कहा अभी संन्यास का कोई इरादा नहीं
पेस एक और चेन्नई ओपन ट्रॉफी जीतना चाहते हैं और अपने नए जोड़ीदार को ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं।
चेन्नई, प्रेट्र। दिग्गज भारतीय टेनिस स्टार खिलाड़ी लिएंडर पेस ने खेल से संन्यास लेने से इन्कार किया है और कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। असल में वह अगले साल एक और चेन्नई ओपन ट्रॉफी जीतना चाहते हैं और अपने नए जोड़ीदार को ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं।
18 ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले पेस और उनके नए जोड़ीदार आंद्रे सा की 2017 के सत्र की शुरुआत हार के साथ हुई। बुधवार को पुरुष डबल्स के पहले दौर के मुकाबले में उन्हें दिविज शरण और पूरव राजा की जोड़ी के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
अब तक के सबसे सफल भारतीय टेनिस खिलाड़ी पेस से जब पूछा गया कि क्या यह उनका आखिरी चेन्नई ओपन है। उन्होंने कहा, 'मैं वापसी की आशा करता हूं और उम्मीद करता हूं कि दोबारा यह ट्रॉफी जीत लूंगा।' पेस ने छह बार चेन्नई ओपन का डबल्स खिताब अपने नाम किया है, जिसमें उन्होंने महेश भूपति के साथ (1997, 1998, 1999, 2002 और 2011) व छठा और आखिरी सर्बिया के यांको टिपसारेविच के साथ 2012 में अपने नाम किया था।
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43 वर्षीय पेस ने कहा, 'मैं मजबूती के साथ खेलना जारी रखूंगा। मैं सोचता हूं कि जब सोमदेव ने संन्यास की घोषणा की थी तब कोई गलतफहमी हुई थी। किसी ने मुझसे सवाल किया और मैंने कहा कि यह आज, कल, छह महीने और उससे बाद में भी हो सकता है। इसके बाद खबर बनी कि पेस संन्यास ले रहा है। मैं अभी भी टेनिस से प्यार करता हूं। मैं इसके प्रति जुनूनी हूं।'
पेस ने विश्व के 111वें नंबर के खिलाड़ी आंद्रे सा के लिए कहा वह ब्राजीली खिलाड़ी की योग्यता पर भरोसा करते हैं और वह ग्रैंडस्लैम जीतेगा। 39 वर्षीय आंद्रे सा का 2012 में विंबलडन सिंगल्स में क्वार्टर फाइनल और 2007 में विंबलडन डबल्स में सेमीफाइनल तक पहुंचना उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। पेस ने कहा, 'मैं अपने जोड़ीदार को ग्रैंडस्लैम जीतने के लिए प्रेरित करना चाहता हूं। अभी मैं सिर्फ यहीं चाहता हूं। हमें एक-दूसरे पर भरोसा है और नतीजा आएगा। हम मेहनत करेंगे और किस्मत का साथ मिला तो नतीजे हमारे पक्ष में आएंगे।'