हंगरी व बुल्गारिया को सजा, खाली स्टेडियम में खेलों मैच
हंगरी और बुल्गारिया को 22 मार्च को होने वाले अपने-अपने विश्व कप क्वालीफाइंग मुकाबले खाली स्टेडियम में खेलने होंगे। फुटबॉल की वैश्विक नियामक संस्था फीफा ने दोनों टीमों के पिछले मुकाबलों के दौरान हुई नस्लीय घटनाओं को देखते हुए यह फैसला किया है।
ज्यूरिख। हंगरी और बुल्गारिया को 22 मार्च को होने वाले अपने-अपने विश्व कप क्वालीफाइंग मुकाबले खाली स्टेडियम में खेलने होंगे। फुटबॉल की वैश्विक नियामक संस्था फीफा ने दोनों टीमों के पिछले मुकाबलों के दौरान हुई नस्लीय घटनाओं को देखते हुए यह फैसला किया है।
फीफा के मुताबिक, पिछले साल अगस्त में हंगरी और इजरायल के बीच हुए मैच में प्रशंसकों के एक समूह ने यहूदी विरोधी नारे लगाए और आपत्तिजनक प्रतीकों का प्रदर्शन किया था। सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है कि 22 मार्च को हंगरी और रोमानिया के बीच होने वाले मैच से दर्शकों को दूर रखा जाएगा। इसके साथ ही फीफा ने हंगरी फुटबॉल संघ (एमएलएसजेड) पर 33 हजार यूरो का जुर्माना लगाया है। वहीं एमएलएसजेड फीफा के फैसले से नाराज है और उसने इसके खिलाफ अपील करने का फैसला किया है। उसका कहना है कि फीफा का यह कदम एकतरफा और कड़ा है। उसने अफसोस जताते हुए कहा कि एक मैत्री मैच में हुई घटना के लिए एक प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के लिए निर्णायक मुकाबले में ऐसी सजा देना निराश करने वाला है।
दूसरी ओर बुल्गारिया और माल्टा के बीच होने वाला मैच भी बगैर दर्शकों के खेला जाएगा। अक्टूबर में डेनमार्क और बुल्गारिया के बीच हुए मैच में डेनिश खिलाड़ी पैट्रिक मिटिल्गा पर घरेलू दर्शकों ने नस्लीय टिप्पणी की थी। फीफा ने बुल्गारिया फुटबॉल संघ पर 29 हजार यूरो का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही फीफा ने दोनों संघों को भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कहा है।
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