हॉकी खिलाड़ी संदीप की चाहत, सिल्वर स्क्रिन पर रणबीर निभाएं उनका किरदार
मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम के बाद अब हॉकी स्टार संदीप सिंह के जीवन पर फिल्म बनने जा रही है। ड्रैग फ्लिकर संदीप की ख्वाहिश है कि रणबीर कपूर रूपहले पर्दे पर उनका किरदार निभाएं। इस फिल्म के जरिए अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह फिल्म निर्माण के क्षेत्र में अपना कदम रखेंगी।
नई दिल्ली । मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम के बाद अब हॉकी स्टार संदीप सिंह के जीवन पर फिल्म बनने जा रही है। ड्रैग फ्लिकर संदीप की ख्वाहिश है कि रणबीर कपूर रूपहले पर्दे पर उनका किरदार निभाएं। इस फिल्म के जरिए अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह फिल्म निर्माण के क्षेत्र में अपना कदम रखेंगी।
इन दिनों लंदन में हैम्पशायर काउंटी हॉकी लीग में खेल रहे संदीप ने एक चर्चा में कहा कि चित्रांगदा ने मेरे जीवन पर फिल्म बनाने का फैसला किया है। मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि कहानी लोग पर्दे पर देख सकेंगे। मैं रणबीर का ब़़डा प्रशंसक हूं और चाहता हूं कि वे पर्दे पर मेरा रोल करें। उन्होंने रॉकेट सिंह में एक सिख की भूमिका निभाई थी और वे काफी जंचे भी थे। हालांकि यह निर्माता को तय करना है कि फिल्म का नायक कौन होगा। हैम्पशायर काउंटी में हावेंट क्लब के लिए इस सत्र में पांच मैचों में 10 गोल कर चुके संदीप ने कहा कि इस फिल्म के जरिए युवाओं को संदेश जाएगा कि जीवन में इच्छा शक्ति होने पर कोई काम मुश्किल नहीं है। मैंने 2006 में शताब्दी एक्सप्रेस में गलती से गोली से लगी चोट के बाद वापसी की जबकि किसी को लगा नहीं था कि मैं फिर खेल सकूंगा। जिस तरह युवराज सिंह ने कैंसर को मात देकर क्रिकेट के मैदान पर वापसी की थी, कुछ वैसी ही कहानी मेरी भी रही। यूं भी खिलाड़ियों पर बनी फिल्मों को दर्शक पसंद कर रहे हैं, जो अच्छा संकेत है। पान सिंह तोमर, भाग मिल्खा भाग और मैरीकॉम को लोगों ने काफी पसंद किया है। उम्मीद है कि मेरी कहानी भी वे पसंद करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं रणबीर का बड़ा प्रशंसक हूं और मैं चाहता हूं कि वे पर्दे पर संदीप का रोल करें। उन्होंने रॉकेट सिंह में एक सिख की भूमिका निभाई थी और वे काफी जंचे भी थे। हालांकि यह निर्माता को तय करना है कि फिल्म का नायक कौन होगा। भारत के सर्वश्रेष्ठ ड्रैग फ्लिकरों में शुमार फुलबैक संदीप का करिअर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। वे अगस्त 2006 में शताब्दी एक्सप्रेस में गलती से गोली लगने से घायल हो गए थे जबकि दो दिन बाद उन्हें टीम के साथ विश्व कप के लिए जर्मनी रवाना होना था। वे दो साल तक ह्वील चेयर पर रहे और उसके बाद टीम में वापसी की।