Chamba News: 30 फीट बर्फ के बीच पैदल मणिमहेश पहुंचे एक साधु, इंटरनेट मीडिया पर वीडियो हो रही वायरल
Chamba News 25 से 30 फीट बर्फ के बीच एक साधु मणिमहेश पहुंच गए। 25 से 30 फीट बर्फ के बीच मणिमहेश पहुंचे साधु बाबा द्वारा डल झील पर वीडियो भी बनाई हैं जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। साधु बाबा की ओर से बनाई गई वीडियो में मणिमहेश डल झील के चारों तरफ बर्फ ही बर्फ दिखाई दे रही है।
जागरण संवाददाता, चंबा। हिमाचल पर्वत की पीर पंजाल, धौलाधार व कैलाश पर्वत चोटियां इन दिनों बर्फ से पूरी तरह से लकदक हैं। बर्फबारी व मार्च माह में पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी होने इन पर्वत चोटियों व इसके आस पास के क्षेत्रों में 40 से 50 फीट तक बर्फ गिरी है।
ऐसे समय में इन क्षेत्रों में जाना तो दूर बर्फ के चलते जंगली जीव व पशु पक्षी अभी इन दिनों निचले क्षेत्रों में आ गए हैं। ऐसे समय में एक भोले के भक्त साधु बाबा ने कई फीट बर्फ के बीच मणिमहेश डल झील पर पहुंच कर भगवान शिव के दर्शन किए हैं।
डल झील पर बनाई वीडियो
25 से 30 फीट बर्फ के बीच मणिमहेश पहुंचे साधु बाबा द्वारा डल झील पर वीडियो भी बनाई हैं, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। साधु बाबा की ओर से बनाई गई वीडियो में मणिमहेश डल झील के चारों तरफ बर्फ ही बर्फ दिखाई दे रही है। यहां तक की यात्रा के दौरान जिस डल झील में लोग स्नान करते हैं, वह झील पर बर्फ से ढकी है। बर्फ के बीच झील में थोड़ा सा पानी व जमी हुई बर्फ नजर आ रही है, जिससे झील का पता चल रहा है।
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50 से 60 फीट त्रिशूल आधे बर्फ में ढके
डल झील पर बनी पिंडी के अलावा शैड, सहित शिव भक्तों की ओर से लगाए गए 50 से 60 फीट त्रिशूल भी आधे बर्फ से ढके हैं। डल झील सहित साथ लगते पूरे क्षेत्र में बर्फ ही बर्फ दिखाई दे रही है। हड़सर से मणिमहेश के लिए 13 किलोमीटर से अधिक सीधी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। रास्ते में भैरोघाती, बांदर घाती, शिव करोतरी, सुंदरासी, धनछो जैसे ऐसे स्थल हैं, जो बर्फ से पूरी तरह ढंके पड़े हैं। यहां हिमखंड का खतरा भी हमेशा बना रहता है।
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इन क्षेत्रों में तापमान रहता है जमाव बिंदु से नीचे
वहीं रात के समय इन क्षेत्रों में तापमान जमाव बिंदु से नीचे रहता है। ऐसे समय में साधु की ओर से मणिमहेश डल झील पर पहुंचना लोग इसे भगवान भोले नाथ की कृपा मान रहे हैं। उधर प्रशासन की माने तो मणिमहेश यात्रा से पहले किसी को भी मणिमहेश की ओर जाने की अनुमति नहीं दी जाती है। इन दिनों तक इन क्षेत्रों में जाने पर पूरी तरह से मनाही है। लोगों से अपील है कि कोई भी यात्रा से पहले मणिमहेश की तरफ जाकर जान जोखिम में न डालें।