Agra News: गावस्कर और मैक हुए आगरा की जेल से रिहा, स्वतंत्रता दिवस पर मिला तोहफा
जिला जेल से चार और केंद्रीय कारागार से सात बंदी हुए रिहा। सेंट्रल जेल से दो बंदियों की उम्र कैद की सजा पूरी होने दो की उम्र 60 वर्ष से अधिक होने पर मिली रिहाई। तीन बंदियों के जुर्माने की रकम संस्था ने जमा करा साफ किया रिहाई का रास्ता।
आगरा, जागरण संवाददाता। स्वतंत्रता दिवस पर केंद्रीय कारागार से सात बंदियों को रिहाई मिल गई। जिसमें तीन बंदी जुर्माने की रकम अदा न करने पर अतिरिक्त कारावास की सजा काट रहे थे। दो बंदियों ने अपनी सजा पूरी कर ली थी। जबकि 60 वर्ष की आयु के दो बंदी अपनी आधी सजा काट चुके थे। वहीं, जिला जेल से चार बंदियों को रिहाई मिली है।
वरिष्ठ अधीक्षक केंद्रीय कारागार वीके सिंह ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में स्वतंत्रता दिवस पर सात बंदियों को रिहा किया गया है। तीन बंदी लेखराज निवासी मुजफ्फर नगर, अज्जू उर्फ अजुआ निवासी बुलंदशहर और आधार सिंह निवासी ललितपुर अपनी सजा पूरी कर चुके थे। वह अर्थदंड की राशि जमा न कर पाने के कारण अतिरिक्त सजा काट रहे थे। सत्यमेव जयते ट्रस्ट द्वारा जुर्माने के 21 हजार रुपये जमा करने पर बंदियों को रिहा कर दिया गया।
वहीं, बंदी पिल्लू उर्फ रोहताश निवासी बुलंदशहर और भूरा निवासी फिरोजाबाद 16 वर्ष से अधिक की सजा काट चुके थे। दो अन्य बंदी इंद्रपाल और लक्ष्मण सिंह निवासी ललितपुर की उम्र 60 वर्ष से अधिक है।दोनों को दस-दस वर्ष कारावास की सजा हुई थी। वह आधी सजा काट चुके हैं। वरिष्ठ अधीक्षक केंद्रीय कारगार के अनुसार शासन के नियमों के अनुसार इन चारों बंदियों को भी रिहा किया गया है। जिला जेल अधीक्षक पीडी सलोनिया ने बताया कि बंदी गावस्कर, पिंटू उर्फ मैक, मनीष टंडन और राजपत उर्फ राजू को स्वतंत्रता दिवस पर रिहा किया गया है।
जेल-प्रशासन ने रिहाई के लिए 100 से अधिक बंदियों के भेजे थे नाम
जेल प्रशासन की ओर से 100 से अधिक बंदियों की रिहाई के लिए उनके नाम शासन को भेजे गए हैं। अन्य बंदियों की रिहाई हो सकती है।