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रामपुर पुलिस ने किया अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, कार पर मोबिल ऑयल डालकर गायब कर देते थे जेवर-नकदी

Rampur कार पर मोबिल ऑयल डालकर जेवर व नकदी उड़ाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस ने पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के द्वारा दो माह पहले रोडवेज के पास एक सर्राफ की कार से जेवर से भरा बैग उड़ा लिया था। तीनों के कब्जे से जेवर की बरामदगी भी हुई है। पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सभी को गिरफ्तार कर लिया है।

By Jagran News Edited By: Swati Singh Published: Wed, 17 Apr 2024 05:39 PM (IST)Updated: Wed, 17 Apr 2024 05:39 PM (IST)
रामपुर पुलिस ने किया अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश

जागरण संवाददाता, रामपुर। कार पर मोबिल ऑयल डालकर जेवर व नकदी उड़ाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस ने पर्दाफाश किया है। गिरोह में शामिल दो भाइयों समेत तीन लोगों को पुलिस ने दबोच लिया है। तीनों पश्चिमी दिल्ली के रहने वाले हैं।

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इस गिरोह के द्वारा दो माह पहले रोडवेज के पास एक सर्राफ की कार से जेवर से भरा बैग उड़ा लिया था। तीनों के कब्जे से जेवर की बरामदगी भी हुई है। पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सभी को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी

पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने मीडिया को बदमाशों की गिरफ्तारी की जानकारी देते बताया कि इस गिरोह के लोग मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले हैं और पिछले कई वर्षों से दिल्ली में रहकर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। इस गिरोह में शामिल लोग आपस में रिश्तेदार हैं। अभी हमारे हाथ जो तीन बदमाश लगे हैं, उनमें एन्टोनी गिरोह का सरगना है। बाकी दो लोगों में एक उसका भाई अनीश है और दूसरा उसका साला विशाल है। तीनों दिल्ली बी ब्लाक जेजे कालोनी थाना इंद्रपुरी पश्चिमी दिल्ली दिल्ली में रहते हैं।

ऐसे बनाते थे लोगों को शिकार

यह गिरोह कार से घटना को अंजाम देने किसी भी जिले में पहुंचता था। वहां कार से चलने वालों को अपना शिकार बनाता था। पहले उनकी कार के बोनट पर मोबिल ऑयल डालते। इसके बाद गिरोह का एक सदस्य कार चालक से कहता था कि आपकी कार से तेल निकल रहा है। चालक कार से उतरकर बोनट खोलकर चेक करने लगता। इस दौरान गिरोह के अन्य सदस्य कार का गेट खोलकर उसमें रखा सामान लेकर गायब हो जाते।

सिविल लाइंस में ऐसे दिया घटना को अंजाम

इसी गिरोह ने 14 फरवरी को सिविल लाइंस क्षेत्र में घटना की थी। शहर के मुहल्ला चाह इच्छाराम निवासी सर्राफा व्यापारी राकेश कुमार रस्तोगी की शहजादनगर में दुकान है। वह घटना की सुबह स्विफ्ट डिजायर कार से अपने भाई मुकेश कुमार रस्तोगी और बेटे के साथ दुकान पर जा रहे थे। रोडवेज के पास मालगोदाम तिराहे पर उन्होंने किसी काम से कार रोकी।

इसी दौरान गिरोह के एक सदस्य ने सराफा व्यापारी की कार के बोनट पर तेल डाल दिया। दूसरा सदस्य वहां आया और उन्हें कार से तेल निकलने की जानकारी दी। जब तीनों कार से नीचे उतरकर चेक करने लगे तो तीसरे सदस्य ने गेट खोलकर जेवर से भरा बैग निकाल लिया। इसके बाद तीनों फरार हो गए।

पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी घटना

इस घटना की प्राथमिकी सिविल लाइंस कोतवाली में दर्ज है। पुलिस के सामने इस घटना का पर्दाफाश करना चुनौती बन गया था। सिविल लाइंस पुलिस काफी प्रयास के बाद सीसी कैमरे और सर्विलांस की मदद से आरोपितों तक पहुंच गई। तीनों आरोपितों को पनवड़िया स्थित शराब फैक्ट्री के पास से गिरफ्तार किया है।

बरामद हुए जेवर

तीनों के कब्जे से सराफा व्यापारी के जेवर भी बरामद हुए हैं। तीनों आइटेन कार से दिल्ली से यहां फिर घटना को अंजाम देने के लिए आए थे। पूछताछ में तीनों ने गोरखपुर, बदायूं, बरेली आदि जिलों में भी घटनाएं करना स्वीकार किया है। इन जिलों की पुलिस से संपर्क किया जा रहा है। साथ ही इनके आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।

हर घटना के लिए अलग सिम कार्ड इस्तेमाल करते थे बदमाश

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस गिरोह में पांच बदमाशों के होने की जानकारी मिली है। सभी आपस में रिश्तेदार हैं। यह गिरोह दिल्ली में रहता था। जिस शहर में घटना करते थे, वहां से नई सिम कार्ड खरीदकर मोबाइल में डाल लेते थे। अपनी मूल सिम को दिल्ली में ही छोड़ आते थे। घटना के बाद गिरोह के जिस सदस्य के हाथ में माल आ जाता था तो वह वहां से निकल जाता था।

फिर वह अपने पास मोबाइल नहीं रखता और बाकी सदस्य मोबाइल से वह सिम निकालकर फेंक देते थे। बाद में माल लेकर जाने वाला सदस्य किसी का मोबाइल मांग कर अपने साथी को फोन करता और फिर किसी एक स्थान पर गिरोह के सभी सदस्य मिलते और माल को बांट लेते थे। घटना के बाद वापस दिल्ली जाकर सामान्य तरीके से रहने लगते।

एसपी ने टीम को दिया 10 हजार का इनाम

पुलिस अधीक्षक ने इस चुनौतीपूर्ण घटना का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को 10 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि बदमाशों को गिरफ्तार करने वाली टीम में उप निरीक्षक गौरव कुमार, हेड कांस्टेबल सहेंद्र कुमार, डालचंद्र, प्रमोद कुमार, दीपक कुमार और कासिम अली शामिल थे।


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