Move to Jagran APP

Punjab Politics: वाद-विवाद, आरोप-प्रत्यारोप और खींचतान... रिंकू और अंगुराल कई वर्षों तक रहे एक-दूसरे के कट्टर विरोधी

Lok Sabha Election 2024 बीते दिन सुशील रिंकू (Sushil Kumar Rinku) और शीतल अंगुराल ने भाजपा ज्वाइन कर ली है। मात्र 10 महीने पहले आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर संसदीय उपचुनाव जीतने वाले सुशील रिंकू के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तो कई दिन से लग रही थीं लेकिन शीतल अंगुराल का भाजपा में शामिल होना बीते दिन राजनीतिक गलियारों में खासा चर्चा का विषय बन गया।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Published: Thu, 28 Mar 2024 09:22 AM (IST)Updated: Thu, 28 Mar 2024 09:22 AM (IST)
Punjab Politics: वाद-विवाद, आरोप-प्रत्यारोप और खींचतान... रिंकू और अंगुराल कई वर्षों तक रहे एक-दूसरे के कट्टर विरोधी
Lok Sabha Election 2024: वाद-विवाद, आरोप-प्रत्यारोप और खींचतान...

जालंधर, मनुपाल शर्माl Punjab Politics: बीते कई वर्षों से एक-दूसरे के कट्टर विरोधी रहे सुशील रिंकू (Sushil Rinku) एवं शीतल अंगुराल (Sheetal Angural) ने बुधवार को एकसाथ भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। दोनों नेताओं के बीच वाद-विवाद, आरोप-प्रत्यारोप और खींचतान लंबे समय तक भी रही है।

loksabha election banner

मात्र 10 महीने पहले आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर संसदीय उपचुनाव जीतने वाले सुशील रिंकू के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तो कई दिन से लग रही थीं, लेकिन शीतल अंगुराल (Sheetal Angural) का भाजपा में शामिल होना बुधवार को राजनीतिक गलियारों में खासा चर्चा का विषय बन गया।

सुशील-रिंकू साल 2017 मे जालंधर वेस्ट से विधायक बने

सुशील रिंकू वर्ष 2017 में कांग्रेस के टिकट पर जालंधर वेस्ट से विधायक बने थे, लेकिन वर्ष 2022 में शीतल अंगुराल ने उन्हें ही हराकर हलके की सत्ता अपने हाथ में ले ली। महज सवा साल में ही वक्त ने ऐसी करवट ली कि कांग्रेस के सांसद चौधरी संतोख सिंह का जनवरी 2022 में अकस्मात निधन हो गया और संसदीय उपचुनाव घोषित हुए। चुनाव से ठीक पहले सुशील रिंकू कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए।

रिंकू आप की आंखों का तारा

पार्टी की तरफ से उन्हें उम्मीदवार बना दिया गया और वे संसद पहुंचने में सफल हो गए। रिंकू सांसद बन गए और पार्टी की आंखों का तारा भी, क्योंकि वह देश भर में लोकसभा में आप के इकलौते सांसद थे। दूसरी तरफ, विधायक होने के बावजूद शीतल अंगुराल के समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई हुई और इसके लिए उन्होंने सीधे तौर पर सांसद सुशील रिंकू पर निशाना साधा।

वह इंटरनेट मीडिया पर मुखर हुए। लॉटरी की आड़ में सट्टे का आरोप लगाकर उन्होंने अपनी सरकार और पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोला। दोनों एक ही विधानसभा हलके से संबंधित हैं, लेकिन भाजपा में आने के बाद उन्हें क्या प्रदान किया जाता है, यह लाख टके का सवाल है। फर्क इतना है कि रिंकू पहले कांग्रेस में थे व शीतल की घर वापसी है।

ये भी पढ़ें:

पंजाब में AAP को झटका, जालंधर से सांसद रिंकू कुमार भाजपा में शामिल; विधायक शीतल अंगुराल ने भी थामा कमल

Operation Lotus: आखिर क्या है ऑपरेशन लोटस, जिसे AAP के समय शीतल अंगुराल ने उठाया; डेढ़ साल बाद भी जांच एजेंसी के हाथ खाली


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.