Khunti News: पीएलएफआइ जोनल कमांडर धराया, संगठन का बरामद हुआ पर्चा; 10 से अधिक मामलों में था वांछित
इस संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर एसपी ने बताया कि उन्हें मिली सूचना के आलोक में अपर पुलिस अधीक्षक अभियान रमेश कुमार के निर्देशन में और तोरपा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओमप्रकाश तिवारी और पुलिस इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में छापामारी दल का गठन किया गया।
खूंटी, जागरण संवाददाता। खूंटी जिले के पुलिस ने पीएलएफआइ के जोनल कमांडर और एक दर्जन से अधिक मामलों में वांछित उग्रवादी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस कप्तान अमन कुमार को मिली गुप्त सूचना के आधार पर वांछित उग्रवादी संजय गोप उर्फ संजय टाइगर को गिरफ्तार कर किया है।
इस संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर एसपी ने बताया कि उन्हें मिली सूचना के आलोक में अपर पुलिस अधीक्षक अभियान रमेश कुमार के निर्देशन में और तोरपा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओमप्रकाश तिवारी और पुलिस इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में छापामारी दल का गठन किया गया। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नगड़ा जंगल से संजय गोप उर्फ संजय टाइगर (51वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया।
पीएलएफआइ संगठन का पर्चा बरामद
उसके पास से पुलिस ने एक कट्टा, दो कारतूस, पीएलएफआइ संगठन का पर्चा आदि बरामद किया है। बताया गया कि उसके खिलाफ रांची जिले के लापुंग, इटकी, बेड़ो और जगन्नाथपुर थाना के अलावा सिमडेगा जिले के ठेठईठांगर, गुमला जिले के कामडारा, सिसई, बसिया तथा खूंटी जिले के तोरपा थाना में हत्या, उग्रवादी घटनाओं सहित अन्य संगीन धाराओं में 13 मामले दर्ज हैं।
पुलिस को मुखबिर ने दी थी सूचना
संजय टाइगर को गिरफ्तार करनेवाली टीम में तोरपा के एसडीपीओ, पुलिस इंस्पेक्टर के अलावा जरियागढ़ के थाना प्रभारी पंकज कुमार, तोरपा के थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार, लापुंग के थाना प्रभारी त्रिपुरारी कुमार और तोरपा, जरियागढ़ और लापुंग थाना के सशस्त्र बल के जवान शामिल थे। पीएलएफआइ सुप्रीमो का है खास तोरपा इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह ने बताया कि संजय गोप शुरुआत से ही पीएलएफआइ संगठन से जुड़ा था।
यह पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश का खास था। दोनों ने एक ही स्कूल से पढ़ाई की है। यह दिनेश गोप का सीनियर था। 2007 व 2013 में भी इसकी गिरफ्तारी हो चुकी थी। इसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।