सामने आया 1 मिलीमीटर का कंप्यूटर, जिसके कारनामे हैं बड़े
छोटी छोटी चीजें खूबसूरत तो लगती हैं पर कितने काम की होती हैं इस पर सवाल उठ सकता है पर नमक के दाने जितने इस कंप्यूटर पर ऐसा कोई सवाल नहीं है।
कमाल का सीपीयू
आईबीएम कंपनी थिंक 2018 कांफ्रेस की तैयार कर रही है, इसमें वो अपना बनाया दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर भी प्रदर्शित करेगी। दावा है कि इस कंप्यूटर का सीपीयू आकार के मामले में नमक के दाने जितना बड़ा है। पता चला है ये 1 मिलीमीटर लंबा और 1 मिलीमीटर ही चौड़ा है। इतना ही नहीं इसे बनाने की लागत भी कुछ अमेरिकी सेंट यानि लगभग 10 रुपए से भी कम है। इससे पहले साल 2015 में अब तक का सबसे छोटा कंप्यूटर बना था जिसे मिशिगन माइक्रो मोटे ने 2 x 2 मिलीमीटर आकार में बनाया था। अब ये नया कंप्यूटर आकार में उस का भी आधा है। कंपनी का दावा है यह नन्हा कंप्यूटर आने वाले 5 सालों में तकनीकी दुनिया को पूरी तरह से बदलकर रख देगा। ऐसे में अगर आप सोच रहे हैं कि इतना छोटा सा कंप्यूटर भला क्या काम कर पाएगा। तो इस कंप्यूटर के दमदार स्टेमिना और परफॉर्मेंस पर नजर डालिए। आईबीएम का यह नया आविष्कार परफॉर्मेंस के मामले में बडे बड़े कंप्यूटर्स को पीछे छोड़ सकता है।
देखने में छोटा पर सुपर पावर का दावा
सबसे खास बात ये है कि इस में लगे हैं हजारों ट्रांजिस्टर्स। इसके अलावा इस कंप्यूटर में इंटर्नल मेमोरी, पावर बैटरी, x86 चिप, 386 पावर्ड प्रोसेसर, 4 एमबी रैम, एलईडी आधारित एक कम्यूनीकेशन यूनिट और फोटो डिटेक्टर मौजूद है। इतने छोटे से कंप्यूटर में इतने सारी डिजिटल डिवायसेस होने के कारण यह कंप्यूटर वाकई कमाल की परफॉर्मेंस दे सकता है, वो भी बिना किसी की नजरों में आए हुए। कंपनी उम्मीद कर रही है कि आने वाले 5 सालों में वो इस कंप्यूटर को और भी अधिक छोटा और शक्तिशाली बना देगी। आशा है आने वाले समय में इसके लिए 1 पिक्सल डिसप्ले की एलईडी चिप कंप्यूटर भी बना सकेंगे।
कई नयी और अनोखी चीजें होंगी शामिल
आईबीएम का दावा है कि जल्दी ही इस नन्हे से कंप्यूटर को विकसित करके कंपनी आने वाले समय में बिना चोरी वाली सप्लाई चेन मैनेजमेंट को विकसित कर पाएगी। कंपनी के मुताबिक इस छोटे से कंप्यूटर को तमाम छोटे बड़े उत्पादों पर आसानी से चिपकाया जा सकेगा और बिना किसी की नजरों में आए ये कंप्यूटर बताता रहेगा कि कौन सी चीज अपनी निर्धारित जगह नहीं पुहंची या उसे कहां से चोरी कर लिया गया। फिलहाल अब तक पता नहीं है कि कंपनी ने अपने इस नए सबसे छोटे कंप्यूटर को क्या नाम दिया है और ये आम लोगों को कब तक मिलेगा।