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इस बार प्‍यार में ताजमहल नहीं पत्‍नी का मंदिर बनवा दिया इस शख्‍स ने

एक शंहशाह ने अपनी पत्‍नी के ल‍िए ताजमहल बनवाया था पर कर्नाटक के इस किसान ने प्‍यार का मंदिर बना कर अपनी पत्‍नी की मूर्ती उसमें स्‍थापित कर दी।

By Molly SethEdited By: Published: Mon, 26 Feb 2018 01:37 PM (IST)Updated: Mon, 09 Apr 2018 12:16 PM (IST)
इस बार प्‍यार में ताजमहल नहीं पत्‍नी का मंदिर बनवा दिया इस शख्‍स ने
इस बार प्‍यार में ताजमहल नहीं पत्‍नी का मंदिर बनवा दिया इस शख्‍स ने

पत्‍नी की पूजा 

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बीते कुछ अर्से में आपने प्‍यार में दीवानों के पहाड़ से लेकर कुंए खोदने तक के मामले खूब सुने होंगे लेकि‍न क्‍या कभी क‍िसी को पत्‍नी प्रेम में मंद‍िर बनवाते सुना है। शायद आप कहें कि नहीं लेक‍िन कर्नाटक में काफी लोग ऐसा नहीं कह सकेंगे क्‍योंकि उन्‍होंने ये मंदिर देखा है। यहां पत्‍नी प्रेम का मामला उदाहरण सामने आया है। खास बात तो यह है क‍ि मंद‍िर बनवाने वाले एक क‍िसान ने अपनी पत्‍नी की मूर्ति‍ भी मंदिर में स्‍थाप‍ित की है। 

पत्‍नी प्रेम की म‍िसाल 

कर्नाटक के येंलदूर जिले के कृष्णपुर गांव में रहने वाले क‍िसान राजूस्वामी उर्फ राजू काफी चर्चा में है। राजूस्‍वामी ने यहां पर अपनी पत्‍नी के ल‍िए मंद‍िर बनवाया है। यह मंद‍िर उसके और उसकी पत्‍नी के प्रेम की न‍िशानी जीती जागती निशानी है। इस मंद‍ि‍र में स्‍थाप‍ित मूर्ति‍ भी उसकी पत्‍नी की है। राजू करीब 12 सालों से यहां हर द‍िन पूजा करने आता है। ऐसे में लोग अब राजू स्‍वामी के पत्‍नी प्रेम की म‍िसाल भी देने लगे हैं। 

भव‍िष्‍यवाणि‍यां सच हो जाती थीं

राजूस्वामी का कहना है क‍ि वह अपनी बहन की बेटी से शादी करना चाहता था। वह उसे बेइंतहा मोहब्‍बत करता था, लेक‍िन घर-पर‍िवार और समाज सभी इसके खि‍लाफ थे। हालांक‍ि इस र‍िश्‍ते को लेकर उसकी बहन-बहनोई को कोई परेशानी नहीं थी। इसल‍िए उसने उससे शादी रचा ली। उसकी पत्‍नी के पास कुछ खास श्‍ाक्‍त‍ियां थी। वह काफी पूजा-पाठ करती थी। वह जो भी भव‍िष्‍यवाणी करती थी वह सच हो जाती थी। 

मंद‍िर में पत्‍नी की मूर्ति‍ 

शादी के बाद वे दोनों पति‍-पत्‍नी एक खुशहाल ज‍िंदगी जी रहे थे। उसकी पत्‍नी अक्‍सर गांव में एक मंदिर बनवाने की बात कहती थी। 2006 में मंद‍िर का न‍िर्माण कार्य भी शुरू हो गया तभी एक द‍िन अचानक से उसने अपनी मौत की भी भव‍िष्‍यवाणी कर दी थी। मंद‍िर पूरा होने से पहले उसकी मौत हो गई। इसके बाद राजू ने देवताओं के अलावा इस मंद‍िर में पत्‍नी की मूर्ति‍ स्‍थाप‍ित करा दी, जहां उसकी पूजा भी होती है। अब लोग इसे प्‍यार का मंद‍िर नाम से पुकारते हैं।


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