वो जान देने जा रही थी और लोग तालियां बजा रहे थे
वाकई अजीब है कि हमारे समाज में ऐसे भी लोग हैं जो इंसान को आत्महत्या करने से रोकने की जगह ताली बजा कर उकसाते हैं। चीन की ये घटना तो यही बताती है।
चीनी छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाया
रायटर की एक खबर के मुताबिक कुछ दिन पहले चीन की एक 19 साल की छात्रा ने एक आठ मंजिल की इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली। पता चला है इस छात्रा का आरोप था कि उसके शिक्षक ने उसका यौन शोषण किया था। ऐसा माना जाता है कि इसी से आहत होकर उसने अपनी जान दी है। ये घटना ही अपने आप में बेहद दुखद है, पर उससे भी हैरान करने वाला और खेद जनक तथ्य ये है कि जिस वो आत्महत्या के लिए इमारत से कूदने का प्रयास कर रही थी तोकुछ लोग तमाशा देख रहे थे। इतना ही नहीं वे ताली बजा कर उसे जल्दी कूदने के लिए उकसा रहे थे और उसका मजाक उड़ा रहे थे। यहां तक कि जब उसने छलांग लगा दी तब भी वे लोग उसकी हंसी उड़ाते रहे, और बचाव के लिए सामने नहीं आए। इस छात्रा का नाम ली यूयी बताया जा रहा है।
बाद में सोशल मीडिया पर हुई निंदा
हांलाकि जब इस घटना का वीडियो सामने आया तो कई लोगों में नाराजगी दिखी। इस वीडियो में दिख रहा था कि छलांग लगाने से पहले ली काफी देर तक वहीं बैठी हुई थी और वहां पहुंचे सुरक्षा दल के सदस्य उसे रोकने और समझाने का प्रयास कर रहे हैं। दूसरी ओर ये भी सामने आया कि कुछ लोग उसका मजाक ही नहीं उड़ा रहे थे, बल्कि जब वो कूद गई तो उन्होंने ताली बजाकर खुशी का भी इजहार किया। जब तक उसने छलांग नहीं लगाई कुछ लोग अभी तक नहीं कूदी कहकर उसका मजाक बनाते भी नजर आये। इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर इस घटना और लोगों के रवैये की काफी निंदा हो रही है। लोग इस पर कमेंट करते हुए इसे दुखद और लोगों की ओछी मानसिकता का प्रदर्शन बता रहे हैं। कई यूजर्स का कहना है कि हमारा समाज कितना पत्थरदिल होता जा रहा है, कोई कैसे किसी को मरने के लिए छलांग लगाने को कह सकता है।
मामले की होगी जांच
वीडियो के सामने आने के बाद और लोगों के कमेंट देख कर अब स्थानीय सुरक्षा एजेंन्सीज ने मामले को संज्ञान में लिया है। कहा जा रहा है कि ली को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले लोगों की पहचान की जा रही है। इसके बाद आगे की कार्यवाही की बात सामने आई है। इस बीच ली के अभिवावकों ने बताया कि पिछले साल सितंबर में उसके एक शिक्षक ने उसे जबरन चूमने और उसके कपड़ों को खींचने की हरकत की थी। इस घटना के बाद से ली डिप्रेशन में थी। मामले की शिकायत भी दर्ज कराई गई थी और स्कूल में भी उस अध्यापक को हटाने की अपील की गई, पर उस पर कोई गंभीर कानूनी कार्यवाही नहीं हुई। स्कूल ने भी कुछ दिन उसे हटाने के बाद वापस काम पर रख लिया। इसी वजह से ली डिप्रेस थी और पहले भी आत्महत्या के प्रयास कर चुकी थी। इस बीच चीन के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा है कि इस घटना के बाद फिर से #मीटू जैसा ग्लोबल कैंपेन शुरू किया जा सकता है।