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स्‍कूल छात्रों का शोध अंतरिक्ष में उगेंगी सब्‍जियां परीक्षण के लिए अंतरराष्‍ट्रीय स्‍पेस स्‍टेशन को भेजे बीज

अब स्‍पेस में वैज्ञानिक भी ताजी सब्‍जियां उगा कर खा सकते हैं ऐसी संभावना है। खास बात ये है कि ये दावा कुछ स्‍कूली छात्रों के शोध में किया गया है।

By Molly SethEdited By: Published: Thu, 31 May 2018 11:43 AM (IST)Updated: Thu, 31 May 2018 11:43 AM (IST)
स्‍कूल छात्रों का शोध अंतरिक्ष में उगेंगी सब्‍जियां परीक्षण के लिए अंतरराष्‍ट्रीय स्‍पेस स्‍टेशन को भेजे बीज
स्‍कूल छात्रों का शोध अंतरिक्ष में उगेंगी सब्‍जियां परीक्षण के लिए अंतरराष्‍ट्रीय स्‍पेस स्‍टेशन को भेजे बीज

परिक्षण के लिए भेजे ब्रॉकली के बीज

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पीटीआई द्वारा जारी की गई एक खबर में पता चला है कि हाल ही में अमरीका ने अंतरिक्ष में गए एक यान में गोभी की तरह की सब्‍जी ब्रॉकली के कुछ बीज भेजे हैं। ढेरों अच्‍छे बैक्‍टीरिया से युक्‍त 6 बीजों को अंतरिक्ष में भेजने का उद्देश्‍य यह है कि आने वाले समय में इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन पर रहने वाले अंतरिक्षयात्री वहीं पर अपने खाने के लिए ताजी हरी सब्जियां उगा सकें। अमरीका की स्‍पेस एजेंसी ने पिछले हफ्ते ही ऑरबिटिकल एटीके सिग्नस यान में ब्रॉकली के ये बीज भेजे हैं। बहुत कम ग्रैविटी और बिल्‍कुल अलग माहौल में उगाने लायक बनाने के लिए ब्रॉकली के इन बीजों पर दो प्रजातियों के गुड बैक्‍टीरिया की कोटिंग की गई है। ताकि ये सामान्‍य से अधिक तेज गति से उग सकें और बेहतर ढंग से विकसित हो सकें। ऐसी उम्‍मीद की जा रही है कि यदि परीक्षण सफल हो सका तो सिर्फ आईएसएस में ही नहीं अंतरिक्ष यात्री मंगल ग्रह और अपने चांद पर भी ताजी हरी सब्जियां उगाने में सफल होंगे। 

बच्‍चों का कमाल 

सबसे खास बात ये है कि अंतरिक्ष में सब्‍जियां उगाने से जुड़े इस शोध के पीछे कैलीफोर्निया के एक स्‍कूल के 10वीं क्‍लास के बच्‍चों का प्रयास और मेहनत है। हलके गुरुत्‍वाकर्षण वाले अंतरिक्ष के प्रतिकूल वातावरण में सब्जियां कैसे उगाई जा सकती हैं, इसी को लेकर वैली क्रिस्‍टिन हाई स्‍कूल के बच्‍चों ने अपना रिसर्च प्रोजेक्‍ट बनाया था। इसे ही आधार बना कर अंमरिक्ष वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में सब्‍जी के ये बीज भेजने का निर्णय लिया है। इन बीजों पर गुड बैक्‍टीरिया की कोटिंग करने के लिए खास बैक्‍टीरिया की खोज वॉशिंगटन यूनीवर्सिटी में की गई। ये बैक्‍टीरिया उगाए गए पौधे के भीतर ही मौजूद रहेंगे और पौधे को तेज गति से बढ़ने में मदद करेंगे। स्‍पेस स्‍टेशन पर पहुंचने के बाद बीजों को रोपने से लेकर उनके बड़े होने तक हर वक्‍त ऑटोमैटिक कैमरे इनकी निगरानी करेंगे और उसका डेटा स्‍कूल प्रोजेक्‍ट से जुड़े लोगों को भी देंगे।


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