इंसानों ने मरने के लिए छोड़ा, बिल्ली ने बचाई जान
इसे कुदरत का करिश्मा ही कहा जाएगा कि जिस नन्हे बच्चे को इंसानों ने कड़ाके की ठंड में मरने के लिए छोड़ दिया। वहीं एक बेजुबान जानवर ने उसकी जान बचा ली। यह वाक्या रूस के ओबनिस्क शहर का है। यहां सड़क किनारे बक्से में पड़ा एक लावारिस शिशु कड़ाके
इसे कुदरत का करिश्मा ही कहा जाएगा कि जिस नन्हे बच्चे को इंसानों ने कड़ाके की ठंड में मरने के लिए छोड़ दिया। वहीं एक बेजुबान जानवर ने उसकी जान बचा ली।
यह वाक्या रूस के ओबनिस्क शहर का है। यहां सड़क किनारे बक्से में पड़ा एक लावारिस शिशु कड़ाके की ठंड में जमकर मरने ही वाली था कि पास से गुजर रही एक छोटी सी बिल्ली की नजर उस पर पड़ गयी।
बिल्ली को न जाने क्या सूझा कि वह इस शिशु पर जा बैठी और उसे अपने शरीर से गर्माहट देने लगी। बिल्ली यहीं रूकी उसने आवाज निकालकर पास से गुजर रहे लोगों का ध्यान भी अपनी ओर खींचना चाहा। पास ही में रहने वाली एक महिला इरिना लैवोरोव ने जब बिल्ली को लगातार आवाज निकालते देखा तो उसे लगा कि शायद बिल्ली जख्मी है और इसलिए ऐसा कर रही है। जैसे ही वह बिल्ली के पास गई तो उसने उसके नीचे एक शिशु को लेटा पाया। महिला ने फौरन पुलिस को फोन किया और शिशु को अस्पताल ले जाने की व्यवस्था की। तो इस तरह एक बेजुबान जानवर ने एक बच्चे की जान बचाकर सभी को चौंका दिया। यह बिल्ली इसी इलाके में रहती है और लोग उसे प्यार से माशा कहते हैं।