साइकिल पर होकर सवार दुल्हा पहुंचा दुल्हन के द्वार
घोड़ी और कार पर तो दूल्हा आते आपने कई बार देखा होगा पर क्या साइकिल पर बारात ले जाने वाला दूल्हा देखा है कहीं।
पर्यावरण रक्षा का संदेश
बड़ी बड़ी बातें करना आसान है पर उन्हें वास्तव में करना सबके बस का नहीं होता। इसके बावजूद कुछ लोग ऐसा करके दिखाने की हिम्मत रखते हैं जैसा उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले के मांधाता ब्लॉक के दानपुर गांव में रहने वाले इस शख्स ने करके दिखाया। प्रदीप कुमार तिवारी नाम के इस शख्स ने अपनी शादी के दिन कुछ ऐसा किया कि सभी उनके कायल हो गए। प्रदीप और उनके परिवार सहित सभी बाराती और रिश्तेदार साइकिल पर सवार हो कर दुल्हन के दरवाजे पर पहुंचे। इस कदम के पीछे उनका मकसद था पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना। वधु पक्ष ने भी उनकी इस पहल का सम्मान किया और फूलों की जगह बरात का स्वागत रुद्राक्ष की माला से किया गया।
पिता के समाजिक सारोकारों का किया सम्मान
दरसल प्रदीप के पिता वेद प्रकाश तिवारी कोटेदार हैं और सामाजिक सरोकारों से भी जुड़े हुए हैं। उन्होंने अपने बेटे का रिश्ता घर से तीन किमी दूरी पर रहने वाले रवींद्र नाथ मिश्र की बेटी मुदिता से तय किया। कुछ अर्सा पहले उन्होंने ग्रीन शादी के बारे में दैनिक जागरण अखबार में पढ़ा था। तभी उन्होंने निश्चय किया कि वो कुछ ऐसा करेंगे ताकि लोगों को पर्यावरण रक्षा का संदेश मिले। पिता की सोच का बेट ने सम्मान किया और पूरी बारात के साथ साइकिल पर दुल्हन के दरवाजे पर पहुंचा।
बदलेगा समाज
वर पक्ष के इस सराहनीय कदम का साथ कन्या पक्ष ने भी दिया और बरातियों का स्वागत रुद्राक्ष की माला और पीले अंगवस्त्र के साथ किया। बारात के साथ बैंड वाले भी साइकिल पर ही सवार हो कर आये थे। दोनों तरफ से कोई आडंबर या अपव्यय नहीं किया गया था। यहां तक कि बारातियों को भोजन भी जमीन पर टाट पट्टी पर बैठा कर कराया गया। प्रदीप एमबीए हैं और उनका कहना है कि युवाओं को ही आगे आना होगा तभी समाज और पर्यावरण दोनों की रक्षा होगी। इस परिवार और उसके मित्रों का मानना है कि भले ही धीरे धीरे सही पर इन प्रयासों से समाज में जागरुकता जरूर आयेगी।