22 साल से जंगल में अकेला है ये ब्राजीली आदिवासी सामने आर्इं पहली तस्वीरें
ब्राजील के जंगल में पिछले 22 साल से एक शख्स के अकेले रहने की खबरें आती रही हैं अब पहली बार उसकी तस्वीरें सामने आर्इ हैं। देखें कौन है ये शख्स।
22 साल की तन्हार्इ
द टेलिग्राफ आैर गार्जियन जैसे अखबारों की खबर के मुताबिक ब्राजील से लगभग 50 साल की उम्र वाले एक आदमी की तस्वीरें सामने आर्इ हैं। बताया जा रहा है कि ये आदमी अपने कबीले के सभी सदस्यों के मारे जाने के बाद से पिछले 22 सालों से यहां के अमेज़न घाटी के घने जंगल में अकेला रह रहा है। इसकी पहचान ब्राजील की एक जनजाति के आखिरी बचे शख्स के रूप में की गर्इ है। इसका एक पूरा वीडियो सामने आया है। खबर है कि इस व्यक्ति के साथियों की 1990 के दशक में हत्या कर दी गई थी, उसके बाद से ये एकाकी जीवन व्यतीत कर रहा है, आैर तब से इसको गैरसंपर्क कैटगरी में रख दिया गया है। अभी इसके बारे में बहुत ज्यादा जानकारी सामने नहीं आ पाई है, लेकिन एक अंदाजे के हिसाब से इसकी उम्र 50 के आसपास हो सकती है।
सभ्य समाज से दूर रहना चाहता है
इस इंसान को सरकार इसे दूर से ही औजार और जरूरत के कुछ सामान पहुंचा कर मदद करती है। एेसा करने के पीछे का कारण बताया है कि कुछ समय पहले जब इससे संपर्क की कोशिश की गई थी तो इसने मदद पहुंचाने वाले व्यक्ति को तीर मारकर घायल कर दिया था। जिसके चलते अनुमान लगाया गया कि ये बाहरी लोगों या सभ्य समाज के लोगों से से नहीं मिलना चाहता। अब ब्राजील की सरकार से जुड़ी एक संस्था फुनाई दूर से इसकी देखभाल करती है। फुनार्इ द्वारा ही जारी किए गए वीडियो में इस व्यक्ति की कुछ दुर्लभ तस्वीरें कैद हुई हैं। इन तस्वीरों में ये पत्तियों के बीच से एक पेड़ को काटता दिख रहा है। इस वीडियो में कुल्हाड़ी से पेड़ को काटने तथा पक्षियों के चहचहाने की आवाजें साफ सुनार्इ दे रही हैं। आखिरी बार उसके जिंदा होने के प्रमाण मई में सामने आये थे।
ये फुटेज सात साल पुरानी है
जारी किए गए वीडियो के बारे में पता चला है कि वो करीब सात साल पुराना है आैर 2011 में रिकाॅर्ड किया गया था। जिसे उस फिल्मकार ने लिया था जो फुनाई की निगरानी के दौरान उनके साथ थे और जिसे 1998 में ब्राज़ील के वृत्तचित्र कोरुम्बियारा में दिखाया गया था। इससे पहले इस शख्स की सिर्फ एक तस्वीर है जो 1990 के दशक में सामने आर्इ थी, उसमें भी इसका चेहरा पत्तों के पीछे छिपा हुआ था। उसकी निगरानी करने वाले दल के कोर्डिनेटर आल्टेयर अल्गायेर के अनुसार फाउंडेशन यह वीडियो जारी नहीं करना चाहता था क्योंकि उन्होंने इस व्यक्ति से इस बात की अनुमति नहीं ली थी। हालांकि वे मानते हैं कि एेसी तस्वीरों से उन लोगों की परेशानियों तरफ दुनिया भर से लोगों का ध्यान खींचने में मदद मिलती है।
Image courtesy social media