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Lok Sabha Election: चुनाव करीब आते ही सिद्धार्थनगर में बढ़ गई नेपाली शराब की तस्करी, इस जुगाड़ से सीमा पार कर रहे मदिरा

Lok Sabha Election एक वर्ष में पांच हजार बोतल से अधिक नेपाली शराब पकड़ी जा चुकी है और ये आंकड़े इस बात को स्पष्ट करते हैं कि तस्करी किस कदर बढ़ी है। इसमें से करीब 50 प्रतिशत शराब की बरामदगी पिछले चार महीने में हुई है। जिले के ककरहवा बढ़नी खुनुआ व ठोठरी बार्डर से बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी हो रही है।

By Jagran News Edited By: Vivek Shukla Published: Wed, 17 Apr 2024 01:03 PM (IST)Updated: Wed, 17 Apr 2024 01:03 PM (IST)
Lok Sabha Election: चुनाव करीब आते ही सिद्धार्थनगर में बढ़ गई नेपाली शराब की तस्करी, इस जुगाड़ से सीमा पार कर रहे मदिरा
Lok Sabha Election चुनाव करीब आते ही नेपाल सीमा पर नेपाली शराब की तस्करी तेज हो गई है।

तेज प्रकाश त्रिपाठी, जागरण सिद्धार्थनगर। चुनाव करीब आते ही जिले की 68 किलोमीटर की नेपाल सीमा पर नेपाली शराब की तस्करी तेज हो गई है। धंधेबाज भारत-नेपाल की खुली सीमा का लाभ उठाकर राशन के झोले में शराब छिपाकर भारत के सीमा से सटे क्षेत्रों में पहुंचा रहे हैं। वहां से शराब के शौकीन खरीदकर पी रहे हैं। तस्करी बढ़ी है तो धर-पकड़ भी तेज हुई है।

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एक वर्ष में पांच हजार बोतल से अधिक नेपाली शराब पकड़ी जा चुकी है और ये आंकड़े इस बात को स्पष्ट करते हैं कि तस्करी किस कदर बढ़ी है। इसमें से करीब 50 प्रतिशत शराब की बरामदगी पिछले चार महीने में हुई है। जिले के ककरहवा, बढ़नी, खुनुआ व ठोठरी बार्डर से बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी हो रही है।

धंधेबाज इसे बार्डर से जुड़े कस्बों एवं गांवों की चाय, पान और किराना की दुकानों पर पहुंचा रहे हैं। चुनाव के चलते सीमाई क्षेत्रों में नेपाली शराब की खपत बढ़ने से धंधोबाजों ने इसकी तस्करी तेज की है।

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तस्करी के लिए पगडंडी का करते हैं प्रयोग

अधिकतर तस्कर तस्करी के लिए पगडंडी का प्रयोग करते हैं। ऐसा करके वे सुरक्षाकर्मियों की पकड़ से दूर रहते है। एसएसबी 43वीं वाहिनी के कमांडेंट उज्जल दत्ता का कहना है कि जवानों को बार्डर पर शराब की तस्करी रोकने के निर्देश दिये गए हैं। शराब पकड़ी भी जा ही है।

केस-एक

एसएसबी व पुलिस की संयुक्त टीम ने छह अप्रैल को 62 बोतल नेपाली शराब के साथ एक नेपाली व्यक्ति को ककरहवा बार्डर से पकड़ा है।

केस-दो

सीमा सशस्त्र बल व पुलिस की संयुक्त टीम ने 26 मार्च को 40 बोतल नेपाली शराब के साथ एक महिला तस्कर को पकड़ा था।

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केस-तीन

एसएसबी व पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से ककरहवा बार्डर के पास 360 बोतल नेपाली शराब के साथ 27 मार्च को एक व्यक्ति को पकड़ा।

जिला आबकारी अधिकारी वीर अभिमन्यु ने कहा कि नेपाल बार्डर से जुड़े अलीगढ़वा व बढ़नी बार्डर पर निरीक्षक की तैनाती की गई है। इसके अलावा आरक्षी की ड्यूटी 24 घंटे लगाई गई है। इसका असर है कि शराब पकड़ी जा रही है।

इसकी है अधिक मांग

नेपाल में निर्मित वर्जिन, ब्लू डायमंड,उमंग, रायल स्टेज, साफी, दुधिया वोदका की मांग ग्राहकों के बीच अधिक है। इसकी कीमत भारतीय बाजारों में बिकने वाली शराब से 20 से 30 रुपये तक कम होती है। सस्ती होने की वजह से शराब के शौकीन इसे खूब पसंद करते हैं। जबकि धंधे से जुड़े लोग पांच से 10 रुपये के मुनाफा पर इसे बेचते हैं।

भारतीय व नेपाली शराब की कीमतों में अंतर

200 एमएल भारतीय देसी शराब 50-75 रुपये में

200 एमएल नेपाली देसी शराब 18-42 रुपये में

50 प्रतिशत शराब की बरामदगी पिछले चार महीने में


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