आत्महत्या करने एक माह के बच्चे सहित पटरी पर लेटी महिला, पूरी ट्रेन गुजर गई; खरोंच भी नहीं आई
सुपरफास्ट ट्रेन पुष्पक एक्सप्रेस मां और बच्चे के ऊपर से गुजर गई, लेकिन उन्हें खरोंच तक नहीं आई। आत्महत्या करने के लिए रेलवे ट्रैक पर बच्चे के साथ लेट गई थी महिला।
नेपानगर (बुरहानपुर)। रेलवे स्टेशन से करीब 500 मीटर दूर शनिवार सुबह एक महिला ने एक माह के बच्चे के साथ पटरी के बीच लेटकर आत्महत्या का प्रयास किया। सुपरफास्ट ट्रेन पुष्पक एक्सप्रेस दोनों के ऊपर से गुजर गई, लेकिन उन्हें खरोंच तक नहीं आई। शायद इसी को कहते हैं जाको राखे साइयां मार सके न कोई।
क्या हुआ था?
सुबह 11.20 बजे काशी एक्सप्रेस पहुंची, तब पिछले सामान्य डिब्बे से तबस्सुम पति साजिद अली (25) निवासी जांबली, प्रतापगढ़ (उप्र) ट्रेन से उतरी। यात्रियों के अनुसार, दूसरी लाइन पर पुष्पक एक्सप्रेस आ रही थी, तभी तबस्सुम बच्चे को पेट पर रखकर पटरियों के बीच लेट गई। यात्री कुछ समझ पाते इससे पहले ट्रेन तेज गति से महिला और बच्चे के ऊपर से निकल गई। महिला और बच्चा दोनों सुरक्षित थे। जानकारी मिलते ही स्टेशन मास्टर आशाराम नागवंशी मौके पर पहुंचे और महिला को प्लेटफॉर्म पर बैठाया।
इसलिए महिला ने उठाया ये खौफनाक कदम
महिला ने बताया कि वह पति के साथ मुंबई जा रही थी। उसका बेटा एक माह का है। पति मुंबई में मजदूरी करता है। ट्रेन में दोनों साथ चले थे लेकिन बाद में पति कहीं चला गया। उसने काफी खोजा, फिर परेशान होकर आत्महत्या का प्रयास किया।
लोगों के अनुसार महिला मानसिक रूप से कमजोर है और बार-बार बयान बदल रही थी। स्टेशन मास्टर नागवंशी ने महिला एवं बाल विकास विभाग को मामले की सूचना दी। बाद में विभाग की सुवर्णा नागवंशी और जीआरपी के जवान के साथ हॉलिडे एक्सप्रेस से महिला को बुरहानपुर भेजा गया। घटना के बाद आधा घंंटा काशी एक्सप्रेस स्टेशन पर खड़ी रही।