SIP खाते में एक साल में 1.2 करोड़ से अधिक की बढ़ोतरी, सआईपी खाताधारकों की संख्या भी बढ़ी
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) की तरफ से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2021 के दिसंबर में एसआईपी खाताधारकों की संख्या 49078547 थी जो 2022 के दिसंबर में बढ़कर 61242531 हो गई। पिछले साल के मुकाबले एसआईपी में होने वाले योगदान में भी भारी बढ़ोतरी रही।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। म्युचुअल फंड सिस्टमेटिक इंवेस्ट प्लान (SIP) के प्रति खुदरा निवेशकों का आकर्षण लगातार बढ़ रहा है। यही वजह है कि पिछले एक साल में म्युचुअल फंड एसआईपी खातों की संख्या में 1.2 करोड़ की बढ़ोतरी दर्ज की गई। एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) की तरफ से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2021 के दिसंबर में एसआईपी खाताधारकों की संख्या 4,90,78,547 थी जो 2022 के दिसंबर में बढ़कर 6,12,42,531 हो गई।
लंबे समय के निवेश के प्रति निवेशकों के रुझान में कमी नहीं आई है: एन.एस. वेंकेटेश
पिछले साल के मुकाबले एसआईपी में होने वाले योगदान में भी भारी बढ़ोतरी रही। पिछले साल दिसंबर में एसआईपी में 13,573.08 करोड़ रुपए का योगदान किया गया जबकि वर्ष 2021 के दिसंबर में यह योगदान 11,305.34 करोड़ रुपए था। एएमएफआई के सीईओ एन.एस. वेंकेटेश के मुताबिक इक्विटी बाजार में लंबे समय के निवेश के प्रति निवेशकों के रुझान में कमी नहीं आई है जो एसआईपी में होने वाले निवेश व उनकी संख्या से दिख रही है।
दिसंबर माह में 24 लाख नए एसआईपी का पंजीयन किया गया
लंबे समय में धन के सृजन के लिए लोग एसआईपी को चुन रहे हैं। उन्होंने बताया कि दिसंबर माह में 24 लाख नए एसआईपी का पंजीयन किया गया जो एसआईपी में निवेशकों के भरोसे को जाहिर करता है। नियमित निवेश के अनुशासन को कायम रखने के लिए एसआईपी सबसे बढि़या तरीका है।
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