करणी सेना और गुजरात सरकार में 'पद्मावत' पर संग्राम की नौबत
श्री राजपूत करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र कालवी ने मंगलवार सुबह साफ कर दिया कि वह खुद अथवा करणी सेना का कोई पदाधिकारी फिल्म देखने नहीं जाएगा और न ही वे इस फिल्म को देश में रिलीज होने देंगे।
अहमदाबाद, राज्य ब्यूरो। गुजरात में राजपूत करणी सेना को पाटीदार और ब्राह्मण समुदाय का साथ मिल गया है। वहीं, सरकार व पुलिस फिल्म 'पद्मावत' को रिलीज करने वाले मल्टीप्लेक्स व सिनेमाघरों को सुरक्षा देने की बात कह रही हैं। लिहाजा अधिकांश थियेटर मालिक फिल्म नहीं दिखाने में ही बेहतरी मान रहे हैं।
श्री राजपूत करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र कालवी ने मंगलवार सुबह साफ कर दिया कि वह खुद अथवा करणी सेना का कोई पदाधिकारी फिल्म देखने नहीं जाएगा और न ही वे इस फिल्म को देश में रिलीज होने देंगे। उधर, श्री समस्त गुजरात ब्रह्म समाज के महामंत्री यज्ञेष दवे और पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के संयोजक हार्दिक पटेल ने भी करणी सेना का समर्थन किया है। उनका मानना है कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ और हिंदुत्व समाज की आन बान शान में किसी तरह की गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
वहीं, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा है कि जो मल्टीप्लेक्स व सिनेमाघर मालिक अपने यहां 'पद्मावत' प्रदर्शित करना चाहते हैं सरकार उनको पूरी सुरक्षा मुहैया कराएगी। हालांकि अभी तक सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अध्ययन करने की बात कहकर खुद असमंजस पैदा कर रही थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट से राजस्थान और मध्य प्रदेश की याचिकाएं खारिज हो जाने के बाद अब सरकार के सुर बदल गए हैं।