डब्ल्यूएचओ ने कहा- स्वस्थ लोगों को कोविड-19 वैक्सीन के लिए 2022 तक करना होगा इंतजार
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि उम्मीद है कि जल्द ही कोरोना की वैक्सीन बना ली जाएगी और छह महीने में इसे देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी और सेंट जोंस एंबुलेंस की वार्षिक आमसभा की बैठक के दौरान यह बात कही।
नई दिल्ली, प्रेट्र। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि स्वस्थ लोगों को कोविड-19 वैक्सीन के लिए 2022 तक इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और संक्रमण का ज्यादा खतरा वाले लोगों को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी। डब्ल्यूएचओ की मुख्य विज्ञानी सौम्या स्वामीनाथन ने सवाल-जवाब के एक ऑनलाइन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि 2021 तक कम-से-कम एक प्रभावशाली वैक्सीन हमारे पास होगी। लेकिन, यह सीमित मात्रा में होगी।
निर्धारित करना होगा कि कोरोना से ज्यादा खतरा किसे है
उन्होंने कहा, ज्यादातर लोग इस बात से सहमत होंगे कि वैक्सीन देने की शुरुआत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं से होनी चाहिए। इसमें आपको निर्धारित करना होगा कि ज्यादा खतरा किसे है? इसके बाद बुजुर्गो और अन्य लोगों का नंबर आएगा।
वैक्सीन के लिए 2022 तक इंतजार करना होगा
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कई दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे, लेकिन, मुझे लगता है कि एक औसत आदमी, एक स्वस्थ युवा व्यक्ति को वैक्सीन के लिए 2022 तक इंतजार करना होगा। उन्होंने कहा कि 2021 में वैक्सीन तो होगी, लेकिन सीमित मात्रा में। इसलिए हमने एक फ्रेमवर्क पर काम किया है कि इसमें प्राथमिकता किसे दी जाए?
कुछ महीनों में कोरोना वैक्सीन बना लेने की उम्मीद : हर्षवर्धन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि भारत को उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में कोरोना की वैक्सीन बना ली जाएगी और छह महीने में लोगों में इसे देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी और सेंट जोंस एंबुलेंस की वार्षिक आमसभा की बैठक के दौरान उन्होंने यह बात कही। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वैक्सीन विकसित करने के काम में हम लगे हुए हैं। हमें उम्मीद है कि कुछ महीने में हम इसे बनाने में कामयाब हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में छह फीट की दूरी का पालन करना जरूरी है। इसके अलावा लोगों को नियमित तौर पर हाथ धोना और मास्क पहनना चाहिए।