जब आतंकी सलाहुद्दीन के बेटे को आर्मी ने रेस्क्यू कर पेश की थी इंसानियत की मिसाल
सेना ने साबित किया था की वो इंसानियत की रक्षा करने में सबसे आगे है।
नई दिल्ली, जागरण स्पेशल। भारत में आतंकवाद फ़ैलाने वाला सैयद सलाहुद्दीन के बेटे को NIA ने टेरर फंडिंग से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया है। ये दूसरा मौका है, जब सलाहुद्दीन के बेटे को गिरफ्तार किया गया है । इसके पहले भी सैयद सलाहुद्दीन के एक दूसरे बेटे को भी टेरर फंडिंग से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार की जा चुकी है। सैयद सलाहुद्दीन सीमा पार से भारत में आतंक का जाल फैला रहा है। हालांकि उसका पूरा परिवार भारत में ही रहता है। सलाहुद्दीन के पांच बेटे और दो बेटी हैं।
जब सलाहुद्दीन के बेटे को आर्मी ने किया था रेस्क्यू
जम्मू- कश्मीर के पम्पोर में 2016 के फरवरी के आखिरी सप्ताह में आतंकवादियों ने एक सरकारी इमारत पर हमला किया था। श्रीनगर से 16 किलोमीटर दूर पम्पोर में एंटरप्रेन्योर इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया (EDI) पर हुए इस आतंकी हमले में 100 से ज्यादा लोग इमारत में फंस गए थे। सेना के सामने आतंकियों को मारने के साथ-साथ बिल्डिंग में फंसे आम लोगों को सकुशल बाहर निकालने की बड़ी चुनौती भी थी। इमारत में फंसे आम लोगों में आतंकवादी संगठन सैय्यद सलाहुद्दीन का बेटा सैयद मुईद भी शामिल था। सलाहुद्दीन का बेटा मुईद इसी इमारत में आईटी मैनेजर के तौर पर काम करता था। इस तरह सेना ने साबित किया था की वो इंसानियत की रक्षा करने में सबसे आगे है।
सलाहुद्दीन के पांच बेटे और दो बेटी
सैयद शकील अहमद श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में मेडिकल अस्सिटेंट के पद पर हैं। जावेद यूसुफ़ सोइबुग जोनल एजुकेशन ऑफिस में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर हैं। शाहिद यूसुफ़ श्रीनगर के कृषि विभाग में तैनात है। वाहिद युसूफ श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज में डॉक्टर है। सैयद मुईद आईटी मैनेजर के तौर पर काम करता है। सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटियां है। दोनों स्कूल टीचर हैं।