Weather Alert: पाकिस्तान से आए विक्षोभ से बदलेगा मौसम, देश के कई हिस्सों में 3, 4 मार्च को बारिश-बर्फबारी का अलर्ट
Weather Alert उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पैदा हुआ है। इस कारण 3 और 4 मार्च को जम्मू कश्मीर लद्दाख समेत कई जगहों पर बारिश के साथ बर्फबारी हो सकती है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी हो सकती है।
नई दिल्ली, एजेंसियां। Weather Alert, देश के अधिकतर हिस्सों में फिलहाल तापमान में तेजी आई है। सुबह और शाम की हल्की सर्दी के अलावा पूरे दिन उत्तर भारत समेत देश के कई राज्यों में तापमान में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। हालांकि, कहीं पर गर्मी है तो कहीं ठंड का भी असर है। इस बीच, मौसम विभाग ने जानकारी दी है अगले तीन से चार दिनों तक देश के कई हिस्सों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। इसकी वजह से दिल्ली से लेकर पंजाब, गुजरात और मध्य प्रदेश तक तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जानकारी दी है कि उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पैदा हुआ है। इसका असर भारत के कुछ हिस्सों पर देखने का मिलेगा।
मौसम विभाग के अनुसार, इस पश्चिमी विक्षोभ के कारण 3 और 4 मार्च को जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में बारिश और साथ ही बर्फबारी हो सकती है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के भी अधिकांश हिस्सों में 3 और 4 मार्च को बारिश और बर्फबारी की संभावना है। इसके साथ ही 3 मार्च को इन सभी जगहों पर बर्फीले तूफान की भी आशंका है। इसका असर दिल्ली, पंजाब, गुजरात और मध्य प्रदेश पर पड़ सकता है, जहां तापमान थोड़ा गिर सकता है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, अगले 2-3 दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश में काफी ज्यादा बारिश की संभावना है और असम और मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। इसके साथ ही असम और मेघालय में 4 मार्च को गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।
आगे वाले दिनों में भी बिगड़ेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, 3 मार्च के बाद एक और विक्षोक्ष भी आने वाला है। मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक और पश्चिमी विक्षोभ उत्पन्न हो रहा है। यह इस क्षेत्र में 5 मार्च से प्रभाव डालना शुरू करेगा। इसके कारण 6 से 8 मार्च तक क्षेत्र में भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव 7 मार्च को देखने को मिलेगा।
1901 के बाद से सर्दियों में जनवरी और फरवरी सबसे अधिक गर्म महीनों में रहे
मौसम विभाग के मुताबिक पिछले 121 सालों के औसत तापमान के आधार पर, जनवरी सíदयों का तीसरा सबसे गर्म महीना था वहीं न्यूनतम तापमान के आधार पर फरवरी दूसरा सबसे गर्म महीना दर्ज किया गया।