ओडिशा पर भी मंडरा रहा है चक्रवात का खतरा, करना पड़ सकता है भारी बारिश का सामना
मौसम विभाग के मुताबिक अंडमान सागर और म्यांमान तट से लगे क्षेत्रों में चक्रवाती प्रसार के कारण ओडिशा में कम दबाव वाला क्षेत्र बन रहा है।
भुवनेश्वर, पीटीआइ। बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव वाला क्षेत्र बन रहा है। मौसम विभाग ने सोमवार को कहा कि आगे चलकर इसके चक्रवात का रूप लेने की संभावना बन सकती है। जिसके कारण ओडिशा के तटीय इलाकों में इस हफ्ते भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है।
बता दें कि लगभग दो हफ्ते पहले बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना था। जिसके प्रभाव के कारण 23 अक्टूबर से कई दिनों तक ओडिशा में भारी बारिश हुई। इस दौरान 6 लोगों की मौत हो गई थी। मौसम विभाग के मुताबिक अंडमान सागर और म्यांमान तट से लगे क्षेत्रों में चक्रवाती प्रसार के कारण ही ओडिशा में कम दबाव वाला क्षेत्र बन रहा है। इसके अगले कुछ दिनों में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है।
भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एचआर विश्वास ने कहा कि कम दबाव वाला क्षेत्र अगले दो दिनों में बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी पहुंच जाएगा और इसके अधिक गहरा होने की संभावना है। इसके कारण तटीय ओडिशा के कई हिस्सों में 8 नवंबर से बारिश होने की उम्मीद है और इसकी गति के आधार पर बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है।
उन्होंने कहा कि हम कम दबाव वाले इस क्षेत्र की गति और इसकी दिशा की लगातार निगरानी कर रहे हैं। फिलहाल यह बताना अभी मुश्किल है कि ये एक चक्रवात का रूप लेगा या नहीं।
ओडिशा के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुदाम मरांडी ने कहा कि राज्य सरकार को अभी मौसम विभाग की तरफ से भारी वर्षा के बारे में कोई आधिकारिक चेतावनी नहीं मिली है, लेकिन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सही समय पर उचित कदम उठाए जाएंगे।
विश्वास ने कहा कि वर्तमान में यह प्रणाली एक विस्तृत क्षेत्र में फैली हुई है और यह किसी भी दिशा में आगे बढ़ सकती है, जिसमें बांग्लादेश तट भी शामिल है या पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश या ओडिशा की ओर भी मुड़ सकता है।