सैन्य कर्मियों को सोशल मीडिया पर पहचान नहीं देने की चेतावनी, वर्दी में वीडियो बनाने पर होगी कार्रवाई
पिछले सितंबर में सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने सेवारत और रिटायर सैन्य कर्मियों के नाम पर चलने वाले फर्जी अकाउंटों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय सेना ने मंगलवार को अपने कर्मियों को आगाह किया कि वे सोशल मीडिया पर अपनी पहचान उजागर नहीं करें और इस सिलसिले में मौजूदा दिशा-निर्देशों का पालन करें। भारतीय सेना के सलाहकार ने कहा कि यह देखा गया है कि सेना के जवान सोशल मीडिया पर अपनी पहचान देते हुए वर्दी में भी वीडियो बना रहे हैं। सभी सैन्य कर्मियों को सलाह दी जाती है कि वे मौजूदा दिशा-निर्देशों का पालन करें और ऐसी गतिविधियों से परहेज करें।
पिछले सितंबर में फर्जी अकाउंटो के खिलाफ हुई थी कार्रवाई
पिछले सितंबर में सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने सेवारत और रिटायर सैन्य कर्मियों के नाम पर चलने वाले फर्जी अकाउंटों के खिलाफ कार्रवाई की थी। इसके बाद सेना ने अपने कर्मियों को दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा था। सेना के आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा था कि सेना के सेवारत और रिटायर कर्मियों के अकाउंट पर हमलों में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने सैन्य अधिकारियों से दिशा-निर्देशों का पालन करने और अपना विवरण या चित्र नहीं लगाने का अनुरोध किया था।
कोरोना वायरस संकट को लेकर सोशल मीडिया में भारतीय सेना सचेत
बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर भारीतय सेना बहुत ही ज्यादा सचेत है। भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे उस संदेश को फर्जी और दुर्भावनापूर्ण बताया है, जिसमें कहा जा रहा था कि अप्रैल के मध्य में आपातकाल की घोषणा हो सकती है। साथ ही उस खबरों को भी गलत बताया है कि नागरिकों की सहायता के लिए भारतीय सेना, दिग्गजों, राष्ट्रीय कैडेट कोर और राष्ट्रीय सेवा योजना को तैनात किया जाएगा। सेना ने कहा कि यह स्पष्ट है कि यह खबरें पूरी तरह से फर्जी हैं।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के मुताबिक, मंगलवार 24 मार्च रात 12 बजे से 21 दिनों का लॉकडाउन देशभर में है।