चेन्नई में वायरस के खात्मे के लिए अपना रहे नैचुरल तरीका, जानें
पानी में हल्दी व जड़ी-बूटी को मिलकार बनाए घोल का छिड़काव चेन्नई में कोरोना वायरस के संक्रमण को खत्म करने के लिए किया जा रहा है।
चेन्नई, एएफपी। भारत में कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन के बीच तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के आवासीय इलाके में लोग संक्रमण से बचने के लिए प्राकृतिक तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस क्रम में पानी में हल्दी व कुछ जड़ी बूटियों का मिश्रण तैयार कर लोग सड़कों पर छिड़काव कर रहे हैं। उनके अनुसार, इससे घातक वायरस का संक्रमण दूर हो जाएगा।
ग्रेटर चेन्नई कार्पोरेशन की ओर से संक्रमण को रोकने के लिए अहम कदम उठाया गया। इसके तहत लोगों को उनके घरों के भीतर रहने का आदेश दिया गया, गैर-जरूरी स्टोरों को बंद करा दिया गया साथ ही आवश्यक सामानों को घर के दरवाजे तक डिलीवरी मुहैया कराई गई है। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में कोरोना वायरस के मामले राज्य के अन्य इलाकों की तुलना में अधिक है। आइएएनएस के अनुसार, अब तक यहां 156 संक्रमण के मामले हैं। ग्रॉसरी व सब्जियों की खरीद के लिए निकलने वाले लोगों को भी घरों के भीतर रखा जा सके इसलिए GCC ने गतिशील दुकानों की शुरुआत की। GCC और तमिलनाडु ट्रेडर्स एसोसिएशन ने मिलकर यह पहल की है।
इस योजना के तहत करीब 5000 ट्राइसाइकिल और 2,000 छोटी मोटर गाड़ियों को अनुमति दी गई है जो पूरे शहर में घूम-घूमकर सब्जियां और ग्रॉसरी का सामान बेचेंगी। उम्मीद की जा रही है कि इससे दुकानों के आउटलेट पर लगने वाली भीड़ कम होगी और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सकेगा। इस तरह की दुकानों की चाहत रखने वाले ट्रेडर या कंपनियां पास के लिए GCC के क्षेत्रीय कार्यालय में आवेदन कर सकती हैं।
इसके अलावा सरकार ने ग्रॉसरी व सब्जियों की दुकानों के लिए निश्चित समय तय कर दिया है जो सुबह 6 बजे से दोपहर 1 बजे तक खुली रहती है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गुरुवार सुबह 10.30 बजे तक तमिलनाडु में कुल संक्रमण का आंकड़ा 738 पर पहुंच गया। पिछले साल के अंत में चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना वायरस ने भारत में कुल 5095 मामले हैं, जिसमें 472 लोग स्वस्थ हो गए और 166 लोगों की मौत हो गई है।