छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में ग्रामीणों ने खुद से किया 3 किमी लंबी सड़क का निर्माण
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के मानपुर में खुरसेला गांव के निवासियों ने देकर अपने दम पर 3 किमी लंबी सड़क का निर्माण किया है।
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) एएनआई। राजनांदगांव जिले के मानपुर में खुरसेला गांव के निवासियों ने 'श्रमदान' (स्वैच्छिक श्रम) देकर अपने दम पर 3 किमी लंबी सड़क का निर्माण किया है। इस गांव के स्थानीय लोगों ने कहा कि वे बारिश के मौसम में समस्याओं का सामना करते थे और कई बार प्रशासन से गुहार भी लगाई थी, लेकिन कोई भी उनकी मदद करने के लिए नहीं आया।
मीराबाई नेताम, एक ग्रामीण ने कहा कि हमने कई बार प्रशासन से गुहार लगाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसलिए हमने खुद सड़क बनाने का फैसला किया। हम इसे पिछले 5 दिनों से कर रहे हैं। एक अन्य ग्रामीण, सुरजू टेकम ने कहा कि बारिश के मौसम में स्कूल जाने के लिए विशेष रूप से लड़कियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
उन्होंने कहा कि हमने विधायक, सांसद और पंचायत अधिकारियों से अपील की है। पिछली बार जिला कलेक्टर सिर्फ झूठे वादे के लिए यहां आए थे। बरसात के मौसम में स्कूल जाने के दौरान विशेष रूप से लड़कियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। इसलिए, हमारी ग्राम सभा ने निर्माण का फैसला किया। अपने दम पर और हमने यह किया।
आदिवासियों ने भी खुद से बनाई थी सड़क
इससे पहले भी राज्य में कुछ आदिवासियों ने सरकारी कर्मचारियों की अनदेखी पर पहाड़ का सीना चीर कर सड़क तैयार कर दी थी। दरअसल, किसी भी विशेष परिस्थिति में गांव से दूर ब्लॉक मुख्यालय भैरमगढ़ तक जाने के लिए जंगली पगडंडियों पर 20 किमी का चक्कर काटना पड़ता था। ऐसे में सड़क बनाने के लिए सरकार से वर्षो से गुहार लगा रहे थे, लेकिन नक्सली दखलंदाजी के चलते इस ओर ध्यान ही नहीं दिया गया। आखिरकार पांच गांव के आदिवासियों ने बैठक कर खुद ही सड़क बनाने का निर्णय लिया और जुट गए गैंती, फावड़ा और कुल्हाड़ी आदि औजार लेकर पहाडि़यों का सीना चीरने को। इन आदिवासियों ने अपने हौसले और संकल्प के चलते दो माह में 12 किलोमीटर लंबी सड़क तैयार कर दी है।