लेफ्टिनेंट कमांडर पूजा राजपूत ने बाइक से तय की 2000 किमी की लंबी यात्रा
पूजा कहती हैं कि महिलाओं को पूरी तैयारी के साथ बिना किसी डर के एडवेंचर पर निकल जाना चाहिए। घर में बैठकर यह नहीं सोचना चाहिए कि बाहर निकलने पर उनके साथ कोई दुर्घटना होगी।
नई दिल्ली, आइएनएस। लेफ्टिनेंट कमांडर पूजा राजपूत ने अपनी हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल पर 2000 किलोमीटर की लंबी अकेले ही तय कर सशक्तीकरण का एक मजबूत संदेश देश की महिलाओं को दिया है। उनका कहना है कि महिलाओं को अब पुरानी सोच को पीछे छोड़ बिना डरे यात्रा करनी चाहिए।
भारतीय नौसेना में अधिकारी पूजा राजपूत को बाइक से लंबी दूरी की यात्रा तय करना और फोटोग्राफी करने का शौक है। पूजा राजपूत ने हाल ही में जो 2000 किमी की यात्रा अकेले तय की है, उसका मकसद भारत में उसके जैसे यात्रियों की सुरक्षा का आकलन करना था। उन्होंने कहा, 'अब महिलाओं को बिना ज्यादा सोच-विचार किए भारत में यात्रा करनी चाहिए।'
पूजा राजपूत ने पिछले महीने 8 से 15 अप्रैल के बीच गोवा से मंगलोर, कूर्ग, मुजापिपेलंगद, ऊटी, कुनूर, कालीकट, मूडबिद्री और करवार तक यात्रा की थी। जब पूछा गया कि क्या इस यात्रा के दौरान उन्हें किसी मुश्किल का सामना करना पड़ा, तो इस पर उन्होंने कहा, 'बतौर नौसेना अधिकारी मुझे जो ट्रेनिंग मिली, उससे सड़क पर आने वाली मुश्किलों काफी आसान हो गईं।'
जब पूजा से पूछा गया कि क्या उन्होंने अकेले यात्रा करते हुए खुद को असुरक्षित महसूस नहीं किया? इस पर उन्होंने कहा, 'मैं तैयार थी। जब आप एक महिला होकर 1600 सीसी की सुपरबाइक चला रही हैं, तो यह कई लोगों को ध्यान आकर्षित करता है। ऐसे में बहुत से लोग आपको रोड के बीच में रोकने की भी कोशिश करते हैं, जिसे लेकर आपको सर्तक रहना पड़ता है। कुछ लोग ऐसी स्थिति भी पैदा कर देते हैं, जिससे एक्सीडेंट हो सकता है।'
पूजा कहती हैं कि महिलाओं को पूरी तैयारी के साथ बिना किसी डर के एडवेंचर पर निकल जाना चाहिए। लड़कियों को अपने घर में बैठकर यह नहीं सोचना चाहिए कि बाहर निकलने पर उनके साथ कोई दुर्घटना होगी। डर को दूर करने के लिए सड़क पर निकलना होगा। हां, अगर महिलाएं आत्मरक्षा के कुछ तरीके सीख लें तो उनके लिए बेहतर होगा। उन्होंने बताया कि वह हमेशा अपने पास चाकू और पेपर स्प्रे जैसी चीजें हमेशा रखती हैं।