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वेंकैया बोले, अगर लोस चुनावों के बाद होते दिल्‍ली में चुनाव...

क्‍या दिल्‍ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जीत सकती थी? संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि गत वर्ष हुए लोकसभा चुनाव के तत्काल बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव न कराकर भाजपा ने व्यावहारिक गलती की।

By T empEdited By: Published: Sun, 15 Feb 2015 11:33 AM (IST)Updated: Sun, 15 Feb 2015 02:01 PM (IST)
वेंकैया बोले, अगर लोस चुनावों के बाद होते दिल्‍ली में चुनाव...

जागरण ब्यूरो, कोलकाता। क्या दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जीत सकती थी? संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि गत वर्ष हुए लोकसभा चुनाव के तत्काल बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव न कराकर भाजपा ने व्यावहारिक गलती की।

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नायडू ने कहा, 'मुझे यह स्वीकार करने में कोई संकोच नहीं कि हमें लोकसभा चुनाव के तत्काल बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जाना चाहिए था। हालांकि इस चुनाव से पार्टी को एक सबक मिला है।' इस मौके पर उन्होंने 23 फरवरी से शुरू होने जा रहे संसद के बजट सत्र में विपक्षी दलों से सहयोग की अपील भी की।

पिछले दिल्ली विधानसभा चुनाव में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। तब भाजपा को 31, आम आदमी पार्टी को 28 और कांग्रेस को सिर्फ आठ सीटें मिली थीं। अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद आम आदमी पार्टी लगातार कहती रही कि दिल्ली के चुनाव जल्द ही होने चाहिए, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। शायद इसी का फायदा आम आदमी पार्टी को हुआ। हालांकि भाजपा ने ऐसे सोचा नहीं होगा कि वो एक साल बाद 31 से सीधे 3 पर आ जाएगी।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा। आम आदमी पार्टी को इन चुनावों में प्रचंड बहुमत मिला है। कुल 70 विधानसभा सीटों में से भाजपा सिर्फ तीन पर ही जीत दर्ज कर पाई, बाकी 67 सीटों पर 'आप' पार्टी जीती। लेकिन भाजपा के दिग्गज नेता वैंकेया नायडू की मानें तो यह तस्वीर कुछ और हो सकती थी, अगर दिल्ली चुनाव कुछ पहले हो जाते। लेकिन, अब पछताए होत क्या, जब चिड़िया चुग गई खेत।

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