वसुंधरा राजे ने दी देवेंद्र फड़नवीस को चुनौती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया के नारे के बीच अपने-अपने राज्यों में विकास की गंगा बहाने के लिए अब भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी एक दूसरे को चुनौती देते नजर आ रहे हैं। ताजा मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को कुछ इसी तरह की चुनौती
मुंबई, मिडडे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया के नारे के बीच अपने-अपने राज्यों में विकास की गंगा बहाने के लिए अब भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी एक दूसरे को चुनौती देते नजर आ रहे हैं। ताजा मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को कुछ इसी तरह की चुनौती राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मिल रही है।
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री बनने के बाद से महाराष्ट्र में घरेलू व अंतराष्ट्रीय स्तर पर पूंजी निवेश कराने में जुटे फड़नवीस के गढ़ में सेंध लगाने के लिए वसुंधरा ने कमर कस ली है। वह मुंबई में डेरा डालने जा रही हैं। वसुंधरा दक्षिण मुंबई के पांच सितारा होटल में पांच व छह मई को व्यवसायियों के सामने राजस्थान के विकास के लिए आधारभूत ढांचा रखेंगी। इस दौरान निवेशकों को आकर्षित करने के लिए वह मुंबई में रोड शो भी करेंगी।
गौरतलब है कि वसुंधरा का यह पूरा प्रयास इस वर्ष 19 व 20 नवंबर को जयपुर में आयोजित होने वाले रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट के जरिये ज्यादा संख्या में निवेश को आकर्षित करना है। घरेलू स्तर पर वसुंधरा का पूरा ध्यान महाराष्ट्र के बड़े व छोटे निवेशकों पर है।
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि वसुंधरा की नजर महाराष्ट्र के उन खस्ताहाल उद्योगों पर है जो या तो सरकारी तंत्र की उदासीनता के शिकार होकर कंगाल हो चुके हैं या फिर ढांचागत परेशानी से नहीें उबर पा रहे हैं। वसुंधरा के इस रुख से यह कहना फिलहाल अभी जल्दबाजी होगी कि वह वहां के उद्योग जगत को कितना आकर्षित कर पाएंगी पर इतना तो तय है कि वह फडऩवीस के लिए एक नई चुनौती जरूर पेश कर रही हैं।
इससे पहले गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल भी महाराष्ट्र के जर्जर उद्योगों को गुजरात आने का आमंत्रण दे चुकी हैं। उस समय फड़नवीस ने पटेल के प्रभाव को कम करने के लिए देश के बड़े उद्योगपतियों को भोज पर बुलाकर बाजी अपने पक्ष में कर ली थी।
वसुंधरा के इन प्रयासों के बीच राजस्थान के उद्योग कमिश्नर अभय कुमार ने कहा है कि जयपुर में होने वाला कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय व घरेलू स्तर पर होने वाले उस कार्यक्रम का हिस्सा है जो इससे पहले जर्मनी, जापान, पुणे, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद व लुधियाना में हो चुका है।