Vande Bharat Mission: वंदे भारत की उड़ानों में 16.25 लाख से अधिक लोगों को प्रत्यावर्तन, यात्रा की सुविधा मिली
भारत ने कोरोना वायरस संकट के बीच वंदे भारत मिशन के तहत कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित की।जिससे कई देशों से भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया गया।
नई दिल्ली, एएनआइ। दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी संकट के बीच अब कई देशों की सरकार हालात को धीरे-धीरे सामान्य करने में जुटी हुई है। इस दिशा में भारत सरकार भी काफी कर रही है। भारत ने कोरोना वायरस संकट के बीच वंदे भारत मिशन के तहत कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित की। वंदे भारत मिशन के तहत कई देशों से भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया गया। इस बीच, नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि वंदे भारत मिशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों ने अन्य तरीकों के अलावा, विभिन्न देशों के 16.25 लाख से अधिक लोगों को प्रत्यावर्तन और सुविधा प्रदान की गई है।
पुरी ने ट्वीट किया, आशा और खुशी का मिशन। वंदे भारत मिशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें, अन्य तरीकों के अलावा, विभिन्न देशों के 16.25 लाख से अधिक लोगों को प्रत्यावर्तन और बाहर की यात्रा की सुविधा प्रदान करती हैं। हम हर दिन और अधिक पहुंचना जारी रखते हैं। मंत्रालय के अनुसार, 13 सितंबर, 2020 को 4,170 लोग वापस लौट आए।
कोरोनोवायरस-प्रेरित यात्रा प्रतिबंधों के कारण विदेश में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए मई की शुरुआत में वंदे भारत मिशन की शुरुआत हुई।मिशन अपने छठे चरण में है जो 24 अक्टूबर तक जारी रहेगा।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री (Civil Aviation Minister) हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) का मनाना है कि जल्द ही एविएशन सेक्टर में हालात सामान्य हो जाएंगे। पुरी का कहना है कि देश में फ्लाइट की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है और उन्हें उम्मीद है कि कोरोना से पहले जितने पैसेंजर उड़ान भरते थे वो एक बार फिर से उतनी ही संख्या में फ्लाइट का इस्तेमाल करने लगेंगे। कोरोना को लेकर भारत में डोमेस्टिक एयरलायंस और एयरपोर्ट पर किस तरह की तैयारी और सुरक्षा बरती जा रही है।
हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) का कहना है कि देश में फ्लाइट की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है और उन्हें उम्मीद है कि कोरोना से पहले जितने पैसेंजर उड़ान भरते थे वो एक बार फिर से उतनी ही संख्या में फ्लाइट का इस्तेमाल करने लगेंगे।