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Vaccine Maitri : अगले महीने से फिर शुरू होगा कोरोना वैक्सीन का निर्यात

श में अब जबकि बिना अवरोध तेज वैक्सीन उत्पादन और रिकार्डतोड़ वैक्सीनेशन गति पकड़ चुका है तो भारत फिर से मित्र देशों को भी मदद का हाथ बढ़ाने के लिए तैयार है। वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम के तहत भारत फिर से कोरोना वैक्सीन का निर्यात शुरू करने जा रहा है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 09:57 PM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 09:57 PM (IST)
भारत फिर से मित्र देशों को भी मदद का हाथ बढ़ाने के लिए तैयार है

 नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। देश में अब जबकि बिना अवरोध तेज वैक्सीन उत्पादन और रिकार्डतोड़ वैक्सीनेशन गति पकड़ चुका है तो भारत फिर से मित्र देशों को भी मदद का हाथ बढ़ाने के लिए तैयार है। वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम के तहत भारत फिर से कोरोना वैक्सीन का निर्यात शुरू करने जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के मुताबिक भारत कोवैक्स कार्यक्रम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के तहत अक्टूबर से वैक्सीन का निर्यात शुरू करेगा।

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पीएम मोदी के अमेरिका दौरे में वैक्सीन के मसले पर चर्चा होगी

ग्लोबल एलायंस फार वैक्सीन एंड इम्युनाइजेशंस (गावी) के तहत कोवैक्स कार्यक्रम चलाया जा रहा है और सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (एसआइआइ) गावी के कोवैक्स कार्यक्रम के तहत विकासशील और कम विकसित देशों को वैक्सीन निर्यात करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस साल अप्रैल में भारत ने देश में वैक्सीन की किल्लत को देखते हुए इसके निर्यात पर रोक लगा दी थी और उस दौरान तक भारत 100 देशों को वैक्सीन की 6.6 करोड़ डोज का निर्यात कर चुका था। इस सप्ताह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी क्वाड की बैठक में भाग लेने अमेरिका जा रहे हैं, जहां वैक्सीन के मसले पर चर्चा होगी। इस लिहाज से भारत के इस फैसले को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

अक्टूबर से दिसंबर के बीच एक अरब डोज का कर सकता है उत्पादन

सोमवार को मांडविया ने कहा कि भारत अपनी वसुधैव कुटुंबकम नीति के तहत वैक्सीन का निर्यात शुरू करने जा रहा है, लेकिन सिर्फ जरूरत के अतिरिक्त होने वाले उत्पादन का निर्यात किया जाएगा। भारत फिलहाल वैक्सीन का सबसे बड़ा उत्पादक देश बन गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अप्रैल के मुकाबले भारत का प्रतिमाह वैक्सीन उत्पादन दोगुना हो चुका है और अगले महीने अक्टूबर में यह क्षमता 30 करोड़ तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि इस साल के आखिरी तीन महीने में वैक्सीन का कुल उत्पादन एक अरब डोज तक हो सकता है क्योंकि बायोलाजिकल ई जैसी वैक्सीन उत्पादक कंपनी को जल्द ही मंजूरी मिल सकती है।

भारत का वैक्सीनेशन कार्यक्रम बना दुनिया के लिए रोल माडल

भारत इस साल दिसंबर के आखिर तक अपने सभी 94.4 करोड़ वयस्कों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाना चाहता है। इनमें से 64 फीसद को वैक्सीन की एक डोज मिल चुकी है और 22 फीसद को दोनों डोज। मंत्री ने कहा कि भारत का वैक्सीनेशन कार्यक्रम दुनिया के लिए रोल माडल बन गया है क्योंकि पिछले 16 जनवरी से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम के तहत अब तक चार बार भारत एक दिन में एक करोड़ से अधिक डोज लगाने में सफल रहा है। सभी व्यस्क को दोनों डोज देने के लिए भारत को 185 अरब डोज वैक्सीन की जरूरत होगी।


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