यदि आप भी किसी खौफनाफ हादसे से गुजरे हैं तो हो सकती है ये बीमारी, जानें पूरे मामला
यदि आप भी किसी खौफनाफ हादसे से गुजरे हैं तो हो सकती आपको गर्भाशय कैंसर हो सकता है। जानें क्या है इसके उपचार।
नई दिल्ली, आइएएनएस। एक अध्ययन से पता चला है कि मनोरोग पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (पीटीएसडी) के छह या ज्यादा लक्षणों का सामना करने वाली महिलाओं में गर्भाशय कैंसर का गंभीर खतरा हो सकता है। इससे महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इससे महिलाओ को गर्भवती होने पर परेशनियों का बढ़ने की पूरी संभवाना होती है।
क्या है पीटीएसडी
पीटीएसडी एक तरह का मनोरोग है। यह समस्या ऐसे किसी यौन हमले, भयावह हादसे और मारपीट के कारण खड़ी होती है, जिसमें किसी की जान पर बन आती है। इसका दिमाग पर प्रतिकूल असर पड़ता है और बार-बार खराब ख्याल आता है। कहा जा सकता है कि ऐसे लोग जो किसी खौफनाक या डरा देने वाले किसी अनुभव से गुजरे हो या किसी सड़क हादसे का शिकार हुए हो तो ऐसे लोग इस बीमारी की चपेट में आ जाते हैं।
54 हजार प्रतिभागियों पर हुआ अध्ययन
शोधकर्ताओं के अनुसार, करीब 54 हजार प्रतिभागियों पर अध्ययन किया गया था। इसमें पीटीएसडी के लक्षणों मसलन तनाव और हादसे संबंधी बुरे सपनों के बारे में जानकारी ली गई थी। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की शोधकर्ता एंडिया राबर्ट्स ने कहा, ‘इन नतीजों की रोशनी में हमें यह समझने की जरूरत है कि क्या पीटीएसडी के सफल उपचार से गर्भाशय कैंसर के कारकों को कम किया जा सकता है या नहीं।
पीटीएसडी का क्या है इलाज
समय और उचित देखरेख के साथ कई इस बीमारी से बेहतर हो जाते हैं, उनकी व्यग्रता और डर कम होने की पूरी संभवाना बनी रहती है। इसके अलावा डॉक्टर्स से सलाह लेकर भी इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है।
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पीटीएसडी का क्या है इलाज
समय और उचित देखरेख के साथ कई इस बीमारी से बेहतर हो जाते हैं, उनकी व्यग्रता और डर कम होने की पूरी संभवाना बनी रहती है। इसके अलावा डॉक्टर्स से सलाह लेकर भी इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है।