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इंटरनेट से अमेरिकी जासूसी का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी द्वारा भारत के इंटरनेट आंकड़ों की जांच का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर विदेशियों से जानकारी और आंकड़े साझा करने पर इंटरनेट कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। दिल्ली विश्वविद्यालय की लॉ फैक

By Edited By: Published: Tue, 18 Jun 2013 10:10 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jun 2013 10:11 PM (IST)

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी द्वारा भारत के इंटरनेट आंकड़ों की जांच का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर विदेशियों से जानकारी और आंकड़े साझा करने पर इंटरनेट कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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दिल्ली विश्वविद्यालय की लॉ फैकल्टी के डीन रह चुके प्रोफेसर एसएन सिंह ने याचिका में आरोप लगाया है कि विदेशी अथॉरिटी के साथ ब्योरा साझा करना न सिर्फ समझौतों और करार का उल्लंघन है, बल्कि निजता के अधिकार का भी उल्लंघन है। बड़े पैमाने पर हुई अमेरिकी जासूसी को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए प्रोफेसर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट से मामले में दखल देने की गुजारिश की है।

याचिका में कहा गया है कि पिछले दिनों आई खबरों के मुताबिक अमेरिका की नौ इंटरनेट कंपनियों ने भारतीय इंटरनेट यूजर्स की अनुमति के बगैर उनकी 6.3 अरब सूचनाएं और आंकड़े अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी के साथ साझा कीं। सिंह ने यह याचिका वकील विराग गुप्ता के जरिए दाखिल की है। याचिका के मुताबिक इस तरह सूचना साझा करने से राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा पैदा हुआ है। याचिका में कहा गया है कि अमेरिकी कंपनियां जो भारत में बिजनेस कर रही हैं उन्हें भारत में ही सर्वर स्थापित करने का आदेश दिया जाए, ताकि भारतीय कानून के तहत उनकी निगरानी हो सके।

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