Move to Jagran APP

मध्य प्रदेश के श्योपुर में खुल रहा अनूठा मॉल जहां महिलाओं के बनाए उत्पाद महिलाएं ही बेचेंगी

मध्य प्रदेश के श्योपुर में ऐसा अनूठा शॉपिंग खुल रहा है जहां महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे उत्पाद एक ही छत के नीचे बेचे जाएंगे। मॉल का संचालन भी महिलाओं के हाथों में होगा।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 03 Feb 2020 10:09 PM (IST)Updated: Mon, 03 Feb 2020 10:10 PM (IST)
मध्य प्रदेश के श्योपुर में खुल रहा अनूठा मॉल जहां महिलाओं के बनाए उत्पाद महिलाएं ही बेचेंगी

हरिओम गौड़, श्योपुर। अब तक आपने ऐसे शॉपिंग मॉल देखे होंगे, जिनमें देश-विदेश की ब्रांडेड कंपनियों के उत्पाद मिलते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के श्योपुर में अनूठा शॉपिंग मॉल खुलने जा रहा है। इसमें प्रदेश की गरीब महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे उत्पाद एक ही छत के नीचे बेचे जाएंगे। मॉल का संचालन भी गरीब वर्ग की महिलाओं के हाथों में होगा। मध्य प्रदेश के इस तरह के इकलौते शॉपिंग मॉल का उद्घाटन फरवरी माह में चंबल की सशक्त महिलाएं यानी कमिश्नर रेनू तिवारी, कलेक्टर प्रतिभा पाल और जिला पंचायत अध्यक्ष कविता मीणा करेंगी।

loksabha election banner

दैनिक उपयोग की सारी सामग्री मिलेगी

श्योपुर कलेक्टर प्रतिभा पाल और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने मिलकर शॉपिंग मॉल की नींव रख दी है। मॉल के लिए शिवपुरी रोड पर नवनिर्मित भवन आवंटित किया गया है। यहां श्योपुर की काष्ठकला से लेकर चंदेरी-महेश्वर की साडि़यां, धार के बाघ प्रिंट परिधान, शहडोल की लाख की चूडि़यां, आगर के कंगन, इंदौर की अगरबत्ती, मंडला का शहद, रागी, कुटू जैसी चीजों से लेकर साज-सज्जा और दैनिक उपयोग की वह सभी सामग्री मिलेगी, जो गरीब महिलाओं के स्वसहायता समूहों द्वारा बनाई जाती हैं। इसमें तेल, साबुन, डिटर्जेंट, शैंपू, फिनाइल, डायपर सहित सभी चीजें गरीब महिलाओं द्वारा बनाई हुई होंगी। मॉल के लिए मिशन ने संकुल स्तरीय संगठन बनाया है, जिसमें ग्रामीण महिलाओं को शामिल किया गया है।

महिला ही करेगी उद्घाटन

यह प्रदेश का पहला शॉपिंग मॉल होगा, जिसमें राज्यभर की गरीब महिलाओं के समूहों के उत्पाद एक ही छत के नीचे मिला करेंगे। मॉल का संचालन महिलाओं द्वारा ही किया जाएगा। उद्घाटन भी महिला जनप्रतिनिधि व अधिकारी करेंगी। श्योपुर के बाद ऐसे ही मॉल विजयपुर व कराहल कस्बे में भी खोले जाएंगे।

- डॉ. एसके मुदगल, जिला प्रबंधक, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन

खाने में दाल, पानियां और चटनी-रोटी भी

मॉल में फूड कॉर्नर भी होगा, जिसमें झाबुआ के कड़कनाथ मुर्गे व मशरूम से लेकर गिर गाय का दूध, दही और पनीर मिलेगा। सामान्य तौर पर शॉपिंग मॉल में पिज्जा, बर्गर जैसे फास्ट फूड होते हैं, लेकिन यहां ग्रामीण इलाकों में बनने वाले व्यंजन जैसे श्योपुर के आदिवासी क्षेत्र का प्रसिद्ध दाल-पानियां से लेकर चटनी-रोटी तक मिलेगी। मॉल की मार्केटिंग के लिए राष्ट्रीय कृषि ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने 3.25 लाख रुपये का बजट दिया है। नाबार्ड दो साल तक महिला समूहों के उत्पाद व मॉल के प्रचार-प्रसार के लिए बजट देगी। इसमें लोगों को इन उत्पादों की खासियत बताई जाएगी। श्योपुर के बाद ऐसे ही मॉल विजयपुर व कराहल में भी खोले जाएंगे, इसके लिए जमीन चिन्हित की जा चुकी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.