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स्कूल प्रशासन का अनोखा अभियान, बच्चों को जूते-चप्पल दो और बंदूक का लाइसेंस लो

इस अभियान के तहत जो लोग बंदूक का लाइसेंस लेंगे उनको बदले में स्कूली बच्चों को जूते-चप्पल देने होंगे। ये जूते-चप्पल स्कूलों में पहुंचाकर जरूरतमंद बच्चों को दिए जाएंगे।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Thu, 27 Feb 2020 11:21 PM (IST)Updated: Thu, 27 Feb 2020 11:21 PM (IST)
स्कूल प्रशासन का अनोखा अभियान, बच्चों को जूते-चप्पल दो और बंदूक का लाइसेंस लो
स्कूल प्रशासन का अनोखा अभियान, बच्चों को जूते-चप्पल दो और बंदूक का लाइसेंस लो

ग्वालियर, जेएनएन। स्कूलों में नंगे पैर आने वाले बच्चों की ग्वालियर जिला प्रशासन ने सुध ली है। इसके लिए एक अभियान चलाया जाएगा, जिसमें बंदूक का लाइसेंस लेने वाले को स्कूली बच्चों को जूते-चप्पल देने होंगे।

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जिले की डबरा तहसील में गुरुवार को समीक्षा बैठक में प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कलेक्टर समेत अन्य अधिकारियों से इस बारे में चर्चा की। ग्वालियर के कलेक्टर अनुराग चौधरी ने कहा कि जिले के कई स्कूलों में बच्चे नंगे पैर आते हैं। इसलिए हमें 'चरण पादुका अभियान' चलाएंगे।

इस अभियान के तहत जो लोग बंदूक का लाइसेंस लेंगे, उनको बदले में स्कूली बच्चों को जूते-चप्पल देने होंगे। ये जूते-चप्पल स्कूलों में पहुंचाकर जरूरतमंद बच्चों को दिए जाएंगे। चौधरी ने कहा कि इसके अलावा हम अभियान के तहत बुजुर्गो के नकली दांत लगवाने और चश्मा दिलवाने का भी काम करेंगे।


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