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Monsoon 2021: गृह मंत्री अमित शाह ने बाढ़ से निपटने की तैयारियों का लिया जायजा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को देशभर में मानसून सीजन की तैयारियां को लेकर बैठक की। इसमें गृह मंत्रालय से जुड़े अधिकारी मौजूद रहे। इस बार मानसून देशभर में करीब 10 दिन पहले आ गया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 15 Jun 2021 03:56 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jun 2021 09:56 PM (IST)
Monsoon 2021: गृह मंत्री अमित शाह ने बाढ़ से निपटने की तैयारियों का लिया जायजा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को देशभर में मानसून सीजन की तैयारियों को लेकर बैठक की।

नई दिल्ली, एजेंसियां। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए मानसून और बाढ़ की स्थिति से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया। गृह मंत्री ने मौसम विभाग, जलशक्ति मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के समन्वय की नई व्यवस्था के लिए कई निर्णय लिए। उन्होंने देश में हर साल आने वाली बाढ़ की समस्या को कम करने के लिए व्यापक और महत्वपूर्ण नीति बनाने के दीर्घकालिक उपायों की समीक्षा की। अमित शाह ने अधिकारियों को देश के प्रमुख जलग्रहण क्षेत्र में बाढ़ और जल स्तर बढ़ने की भविष्यवाणी के लिए एक स्थाई व्यवस्था बनाने की खातिर केंद्रीय और राज्यों की एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल बनाए रखने का निर्देश दिया।

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मौसम विभाग, जलशक्ति मंत्रालय और एनडीआरएफ के समन्वय की खातिर लिए कई निर्णय

उन्होंने जलशक्ति मंत्रालय को बड़े बांधों से मिट्टी निकालने के लिए एक व्यवस्था बनाने का सुझाव दिया, जिससे बांधों की क्षमता बढ़ाने और बाढ़ नियंत्रण में मदद मिल सकेगी।गृह मंत्री ने मौसम विज्ञान विभाग और केंद्रीय जल आयोग जैसी तकनीकी संस्थाओं को मौसम और बाढ़ की अधिक सटीक भविष्यवाणी के लिए अत्याधुनिक तकनीक और सेटेलाइट डाटा का प्रयोग करने की भी सलाह दी। गृह मंत्री ने बिजली गिरने संबंधी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की चेतावनी को विभिन्न माध्यमों से जनता तक शीघ्र पंहुचाने के लिए तुरंत एक मानक संचालन प्रक्रिया बनाने का निर्देश दिया।

मौसम और बाढ़ की सटीक भविष्यवाणी के लिए अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करने की दी सलाह

उन्होंने कहा कि मौसम भविष्यवाणी संबंधी विभिन्न मोबाइल एप जैसे उमंग, रेन अलार्म और दामिनी का अधिकतम प्रचार किया जाए, ताकि लोगों तक इनके लाभ पहुंच सकें। दामिनी एप के माध्यम से तीन घंटे पहले बिजली गिरने संबंधी चेतावनी दी जाती है, ताकि जान माल का कम से कम नुकसान हो। इस उच्च स्तरीय बैठक में जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और गृह, जल संसाधन तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालयों के सचिव के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

धीमा पड़ा मानसून, उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में इंतजार बढ़ा

पछुआ हवाओं के कारण मानसून की रफ्तार धीमी पड़ने से उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में मानसून का इंतजार बढ़ सकता है। इन क्षेत्रों में अब कुछ दिनों की देरी से मानसून पहुंचने की उम्मीद है। यह पूर्वानुमान सोमवार को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने व्यक्त किया।

आइएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि मौसम विभाग ने दक्षिण-पश्चिम मानसून के 15 जून तक देश की राजधानी में पहुंचने की उम्मीद जताई थी। हालांकि, मौजूदा परिस्थितियों में ऐसा होने की संभावना नहीं है। महापात्रा ने कहा कि आइएमडी के अनुसार मानसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) दीव, सूरत, नंदूरबार, भोपाल, नौगांव, हमीरपुर, बाराबंकी, बरेली, सहारनपुर, अंबाला और अमृतसर से होकर गुजर रही है।

आइएमडी के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून अब तक पूरे प्रायद्वीप (दक्षिण भारत), पूर्व मध्य और पूर्व और उत्तरपूर्वी भारत और उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में सक्रिय मानसून परिसंचरण और बिना किसी अंतराल के कम दबाव वाले क्षेत्र के गठन के साथ आगे बढ़ा है।


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