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लखनऊ को एलीवेटेड तो इलाहाबाद व अन्य नगरों को रिंग रोड का तोहफा

2019 में इलाहाबाद में होने वाले अद्धकुंभ के मद्देनजर वाराणसी से इलाहाबाद के बीच स्टीमर सेवा शुरू करने का वादा भी किया गया है।

By Manish NegiEdited By: Published: Mon, 12 Jun 2017 07:13 PM (IST)Updated: Mon, 12 Jun 2017 07:13 PM (IST)
लखनऊ को एलीवेटेड तो इलाहाबाद व अन्य नगरों को रिंग रोड का तोहफा
लखनऊ को एलीवेटेड तो इलाहाबाद व अन्य नगरों को रिंग रोड का तोहफा

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रदेश की सड़कों और जलमार्गो के विकास में पूर्ण सहयोग भरोसा दिया है। इसके तहत प्रदेश की सड़कों की मरम्मत के लिए केंद्रीय सड़क निधि से दस हजार करोड़ की रकम मुहैया कराई जाएगी। साथ ही लखनऊ, इलाहाबाद समेत प्रमुख नगरों को यातायात जाम से मुक्ति दिलाने के लिए रिंग रोड और एलीवेटेड रोड का निर्माण कराया जाएगा। 2019 में इलाहाबाद में होने वाले अद्धकुंभ के मद्देनजर वाराणसी से इलाहाबाद के बीच स्टीमर सेवा शुरू करने का वादा भी किया गया है। बुंदेलखंड में छह लेन की सड़कों का जाल बिछाने की योजना भी तैयार की जा रही है।

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सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी से परिवहन भवन उनके कार्यालय में मुलाकात की। लगभग ढाई घंटे चली बैठक में एनएचएआइ और जलमार्ग विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ राज्य की सड़क परियोजनाओं के अलावा गंगा को जलमार्ग के रूप में विकसित करने की योजना पर भी प्रजेंटेशन दिया गया।

बैठक के उपरांत संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गडकरी का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में सड़कों के विकास के बारे में उनकी सभी मांगों को स्वीकार कर उत्तर प्रदेश की जनता की अभिलाभाओं को पूरा किया है। पहली बार उत्तर प्रदेश को एक साथ इतनी सारी परियोजनाओं का तोहफा मिला है।

सड़क निधि से 10 हजार करोड़

मुख्यमंत्री के अनुसार केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश की सड़कों की मरम्मत व रखरखाव के लिए केंद्रीय सड़क निधि से दस हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराने का वादा किया है।

बुंदेलखंड की सड़कें होंगी चकाचक

बुंदेलखंड पिछड़ेपन का शिकार है। पहली बार बुंदेलखंड में छह लेन की सड़कों के निर्माण की महत्वाकांक्षी योजना पर काम शुरू करने का वादा किया गया है। अब तिर्वा-झांसी हाईवे को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। जबकि झांसी-चित्रकूट-इलाहाबाद हाईवे को भी चार लेन से छह लेन में परिवर्तित करने का वादा गडकरी ने किया है। इसका डीपीआर तैयार करने के आदेश दे दिए गए है।

इलाहाबाद को अ‌र्द्धकुंभ के तोहफे

योगी के अनुसार इलाहाबाद में 2019 के अ‌र्द्धकुंभ को देखते हुए शहर में 76 किलोमीटर लंबे आंतरिक रिंग रोड के निर्माण का भी गडकरी ने वादा किया है। इसका डीपीआर छह महीने के भीतर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।

इसके अलावा फाफामऊ में गंगा नदी पर 2460 करोड़ रुपये की लागत से छह लेन के पुल का निर्माण भी किया जाएगा।

प्रमुख महानगरों में रिंग रोड

इलाहाबाद समेत उत्तर प्रदेश के प्रमुख महानगरों-कानपुर, गोरखपुर, बरेली, मुरादाबाद, मेरठ में भी रिंग रोड बनाए जाएंगे।

लखनऊ में बनेंगे सात एलीवेटेड रोड

गडकरी ने लखनऊ के प्रमुख मार्गो पर सात उपरिगामी सड़कों (एलीवेटेड रोड्स) के निर्माण की सहमति भी प्रदान की है।

88 एसएच बदलेंगे एनएच में

योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मौजूदा 6260 किलोमीटर लंबे 73 राज्य राजमार्गो को राष्ट्रीय राजमार्गो (एनएच) में तब्दील करने का वादा गडकरी ने किया है। इसके अलावा 15 अन्य प्रस्तावित स्टेट हाईवे को भी नेशनल हाईवे का दर्जा देने की सहमति उन्होंने दी है।

जलमार्ग विकास पर वाराणसी में सम्मेलन

इस दौरान गडकरी ने बताया कि गंगा के वाराणसी से हल्दिया तक के 1680 किलोमीटर के हिस्से को दिसंबर, 2018 तक जलमार्ग के रूप में विकसित करने के लिए सभी भागीदार पक्षों का वाराणसी में सम्मेलन बुलाया गया है। उन्होंने योगी को अ‌र्द्धकुंभ तक वाराणसी से इलाहाबाद के बीच स्टीमर व नौका सेवाएं शुरू करने का भरोसा दिया। इसके लिए विशेष स्टीमरों का आयात किया जाएगा।

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