Budget 2023: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आसान भाषा में समझाया बजट, बोले- इन 10 कारणों से दुनिया करेगी स्वागत
Budget 2023 विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बजट को 10 कारणों से बेहतर बताया है। विदेश मंत्री ने कहा कि वित्त मंत्री ने आज दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का बजट पेश किया। दुनिया को इन 10 कारणों से इसका स्वागत करना चाहिए। File Photo
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को देश का आम बजट किया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बजट को 10 कारणों से बेहतर बताया है। विदेश मंत्री ने कहा कि वित्त मंत्री ने आज दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का बजट पेश किया। दुनिया को इन 10 कारणों से इसका स्वागत करना चाहिए।
आइए जानते हैं वो 10 कारण:
- 1. वैश्विक विकास में शक्तिशाली इंजन के रूप में भारत की भूमिकाः पूंजी निवेश परिव्यय 33 प्रतिशत बढ़कर 10 ट्रिलियन रुपए हो गया, जो सकल घरेलू उत्पाद का 3.3 फीसदी है।
- 2. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावाः इसमें केवाईसी प्रक्रिया सरलीकरण, ग्रेटर जीआईएफटी आईएफएससी गतिविधियां और व्यापार पुनर्वित्त के लिए एक्जिम बैंक की सहायक कंपनी की स्थापना, सामान्य व्यापार पहचानकर्ता के रूप में पैन कार्ड, केंद्रीय डाटा प्रोसेसिंग केंद्र, विनिर्माण के लिए अप्रत्यक्ष टैक्स समर्थन, अनुपालन में आसानी और स्टार्टअप के लिए आयकर लाभ शामिल हैं।
- 3. बेहतर लॉजिस्टिक्स और इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोरः 240 बिलियन रुपये का अब तक का सबसे अधिक रेलवे परिव्यय, 100 महत्वपूर्ण परिवहन अवसंरचना परियोजनाएं, 50 अतिरिक्त हवाई संपर्क परियोजनाएं और शहरी अवसंरचना विकास निधि की स्थापना।
- 4. विकास कार्यों के लिए डिजिटल व्यवस्थाः अधिक से अधिक डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देना, राष्ट्रीय डेटा गवर्नेंस नीति, डेटा माध्यमों की स्थापना, डिजिलॉकर को बढ़ावा, AI के लिए उत्कृष्टता केंद्र एवं बच्चों और किशोरों के लिए राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना।
- 5. वैश्विक खाद्य सुरक्षा को मजबूत बनानाः श्री अन्ना (मिलेट्स) के लिए इंडिया ग्लोबल हब बनाना, बड़े पैमाने पर विकेन्द्रीकृत भंडारण क्षमता स्थापित करना, सहकारी समितियों के योगदान को बढ़ावा देना, कृषि और मत्स्य पालन ऋण में वृद्धि करना, कृषि त्वरक कोष की स्थापना करना और कृषि के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण करना।
- 6. वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करनाः फार्मा आरएंडडी को बढ़ावा देना, चिकित्सा नवाचार और विनिर्माण के लिए मानव संसाधन सुनिश्चित करना, अधिक चिकित्सा अनुसंधान सुविधाएं बनाना और 157 नए नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना करना।
- 7. वैश्विक कार्यस्थल में भारतीय भागीदारीः राष्ट्रीय प्रशिक्षुता नीति द्वारा समर्थित कौशल और प्रशिक्षुता पर पहल के माध्यम से अवसरों का विस्तार, 4.7 मिलियन युवाओं को स्टाइपेंड देना, 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर्स की स्थापना करना।
- 8. हरित विकास और गतिशीलता पर फोकसः एनर्जी ट्रांज़िशन और नेट ज़ीरो उद्देश्यों में निवेश, ग्रीन हाइड्रोजन मिशन का उपक्रम, बैटरी ईएसएस के लिए वीजीएफ समर्थन और पर्यावरण के लिए जीवन शैली को प्रोत्साहित करना (एलआईएफई)।
- 9. जेंडर एम्पावरमेंट को मजबूतीः मोदी सरकार की महिला समर्थक नीति ग्रामीण महिलाओं के 8.1 मिलियन स्वयं सहायता समूहों को उद्यम और सामूहिक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
- 10. भारत को पर्यटन के लिए तैयार करनाः डिजिटल समर्थन के साथ विकसित किए जाने वाले 50 पर्यटक स्थानों पर फोकस।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत की आकांक्षाएं और लक्ष्य उस पैमाने पर हैं, जो दुनिया को प्रभावित करेगा। उम्मीद है कि ये घटनाक्रम G20 सहित वैश्विक बातचीत में प्रमुखता से दिखाई देंगे।
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