दाऊद इब्राहिम की बिल्डिंग पर अस्पताल बनवाएगी हिंदू महासभा
डामरवाला बिल्डिंग भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके परिवार की है। इस भवन में रहने वाले किराएदारों ने एसएएफईएमए की नीलामी प्रक्रिया को ट्रिब्यूनल में चुनौती दी थी।
मुंबई, मिड-डे। इस बार 14 नवंबर को भगोड़े डॉन दाऊद इब्राहिम की तीन संपत्तियां नीलाम होंगी। डॉन का होटल रौनक अफरोज फिर से नीलाम होने जा रहा है। इसके साथ ही डामरवाला बिल्डिंग को भी नीलाम किया जाएगा। बोली में हिस्सा लेने जा रहे लोगों को एसएएफईएमए ने नीलाम होने जा रही संपत्तियां दिखाई गई है।
दाऊद के होटल रौनक अफरोज की नीलामी 2015 में हुई थी। उस समय बोली लगाने वाले समय पर पैसे नहीं जमा करा सके, जिससे सौदा निरस्त करना पड़ा था। संपत्ति का मुआयना करने के बाद अखिल भारतीय हिंदू महासभा की महासचिव इंदिरा तिवारी ने कहा, 'मैं डामरवाला बिल्डिंग की बोली लगाने जा रही हूं। उसके मालिक को यह बताना चाहते हैं कि हम भारतीय बेखौफ हैं और अपनी सरकार पर हम भरोसा करते हैं। पिछली बार भी मैंने प्रयास किया था, लेकिन बोली में सफल नहीं हो सकी थी। इस बार हर हाल में संपत्ति पाना चाहती हूं। यहां जरूरतमंद लोगों के लिए मैं अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र बनाना चाहूंगी।'
बिल्डिंग का इतिहास
पाकमोडिया स्ट्रीट पर स्थित डामरवाला बिल्डिंग भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके परिवार की है। इस भवन में रहने वाले किराएदारों ने एसएएफईएमए की नीलामी प्रक्रिया को ट्रिब्यूनल में चुनौती दी थी। ट्रिब्यूनल ने एसएएफईएमए के पक्ष में फैसला सुनाया है, जिसके बाद इस बिल्डिंग को नीलाम किया जा रहा है। दाऊद की बहन हसीना पारकर ने भी दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। बाद में लंबे समय तक वह नोटिस का जवाब देने में असफल रहीं।