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FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने पर भी पाकिस्तान को राहत नहीं, संयुक्त राष्ट्र कर रहा निगरानी

आतंकवाद विरोधी समिति के कार्यकारी निदेशालय (CTED) के वरिष्ठ कानूनी अधिकारी स्वेतलाना मार्टीनोवा ने कहा कि पाकिस्तान की अभी भी निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए निकायों द्वारा सभी देशों की निगरानी होती है।

By Mahen KhannaEdited By: Sat, 29 Oct 2022 05:22 PM (IST)
FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने पर भी पाकिस्तान को राहत नहीं, संयुक्त राष्ट्र कर रहा निगरानी
सीटीईडी की वरिष्ठ कानूनी अधिकारी स्वेतलाना मार्टीनोवा।

नई दिल्ली, एजेंसी। पाकिस्तान के फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने के बाद यूएन के वरिष्ठ अधिकारी का पहली बार बयान सामने आया है। आतंकवाद विरोधी समिति के कार्यकारी निदेशालय (सीटीईडी) के वरिष्ठ कानूनी अधिकारी स्वेतलाना मार्टीनोवा ने कहा कि पाकिस्तान की अभी भी निगरानी की जा रही है। शनिवार को यूएन की आतंकवाद निरोधी बैठक में कहा कि सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र निकायों द्वारा सभी देशों की लगातार निगरानी की जाती है।

पाकिस्तान की लगातार हो रही निगरानी

पाकिस्तान जैसे देशों में आतंकवाद को रोकने के लिए यूएन हमेशा उसकी निगरानी करता है। स्वेतलाना ने कहा कि आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला, मूल्यांकन और यूएन के नियमों का अनुपालन करने के लिए लगातार समीक्षा की जाती है। उन्होंने कहा कि देश के दौरे, डेस्क समीक्षा आदि के रूप में यह निगरानी की जाती है। बता दें कि यूएन के पास समर्पित डेस्क अधिकारी हैं जो दुनिया के प्रत्येक देश को कवर करते हैं। 

FATF की सूची से निकलना मात्र क्लीन चिट नहीं

मार्टीनोवा ने आगे कहा कि सीटीईडी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) के साथ मिलकर काम करता है और पाक जैसे देशों की मॉनिटरिंग करता है। उन्होंने कहा कि जब भी कोई देश एफएटीएफ की सूची से बाहर निकलता है तब भी क्षेत्रीय एफएटीएफ और यूएन निकाय के माध्यम से उनकी निगरानी की जा रही होती है।सूची से बाहर निकलने मात्र से किसी को क्लीन चिट नहीं मिलती है।

हाल ही में FATF की सूची से बाहर निकला था पाक

बता दें कि पाकिस्तान को हाल ही में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे-लिस्ट से बाहर कर दिया गया था। इस लिस्ट से बाहर निकलने से पाक आइएमएफ, विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक जैसी संस्थाओं से वित्तीय मदद पा सकेगा। गौरतलब है कि एफएटीएफ एक अंतर-सरकारी संस्था है जो दुनियाभर में मनी लान्ड्रिंग, आतंकी वित्तपोषण से निपटने और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली को मजबूत करने के लिए की गई थी।

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