आधार डाटा 'लीक' मामले में UIDAI ने CIS से मांगी विस्तृत रिपोर्ट
यूआईडीएआई ने सीआईएस से यह भी स्पष्ट करने को कहा है कि कैसे इस तरह के 'संवेदनशील डाटा' अब तक उसके पास या किसी और के पास हैं।
नई दिल्ली, पीटीआई। जिस रिसर्च कंपनी सीआईएस (सेंटर फॉर इंटरनेट एंड सोसाइटी) ने 13 करोड़ लोगों के आधार नंबर 'लीक' होने का दावा किया था, उससे आधार कार्ड जारी करने वाली अथॉरिटी यूआईडीएआई ने इस पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और उन सर्वर के बारे में जानकारी देने को कहा है जहां उन्हें स्टोर कर रखा गया है।
वहीं इस मामले में जांच की पहल की शुरुआत करते हुए यूआईडीएआई (यूनिक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने सीआईएस से यह भी स्पष्ट करने को कहा है कि कैसे इस तरह के 'संवेदनशील डाटा' अब तक उसके पास या किसी और के पास हैं।
यूआईडीएआई ने इस संबंध में एक चिट्ठी लिखकर सीआईएस से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। चिट्ठी में यूआईडीएआई की तरफ से कहा गया है, ‘आपकी (सीआईएस) रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी वेबसाइटों के आईटी सिक्योरिटी को और मजबूत करने की जरूरत है, मगर यह भी जरूरी है कि ऐसी संवेदनशील जानकारियों को हैक करने वालों को कानून की जद में लाया जाए। इसके लिए आपके सहयोग की आवश्यकता है।' वहीं इस संबंध में जवाब देने के लिए यूआईडीएआई ने सीआईएस को 30 मई तक का जवाब दिया है।
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