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Fraudulent Institutions: फर्जी संस्थानों से रहें सतर्क, जांच परख कर ही लें दाखिला, UGC ने जारी किया अलर्ट

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने दिल्ली के आइआइपीएचएस संस्थान में चलाए जा रहे डिग्री कोर्सों को लेकर अलर्ट जारी किया है। आयोग ने छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी है कि ऐसे संस्‍थानों में कतई दाखिला न लें।

By Praveen Prasad SinghEdited By: Published: Sat, 28 May 2022 07:02 PM (IST)Updated: Sun, 29 May 2022 05:42 AM (IST)
कोई भी ऐसा संस्थान डिग्री कोर्स संचालित नहीं कर सकता है, जो विश्वविद्यालय स्थापना नियमों के तहत स्थापित नहीं है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिले को लेकर शुरू हुई दौड़ के बीच विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) छात्रों और अभिभावकों को फर्जी संस्थानों व बगैर मान्यता प्राप्त डिग्री कोर्सों को लेकर सतर्क किया है। यूजीसी ने दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ पब्लिक एंड फिजिकल हेल्थ साइंस (एआइआइपीएचएस) को लेकर एक ऐसा ही पब्लिक नोटिस जारी किया है और छात्रों से इस स्वयंभू संस्थान में कतई दाखिला न लेने की सलाह दी है। यूजीसी के मुताबिक एआइआइपीएचएस को लेकर जानकारी मिली है, कि वह डिग्री कोर्स भी संचालित कर रहा है, जो कि यूजीसी के नियमों के तहत नियम विरुद्ध है। कोई भी ऐसा संस्थान डिग्री कोर्स संचालित नहीं कर सकता है, जो विश्वविद्यालय स्थापना नियमों के तहत स्थापित नहीं है।

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देश भर के संस्‍थानों पर रखी जा रही नजर

यूजीसी के मुताबिक वह देश भर के ऐसे संस्थानों पर नजर रख रही है जो फर्जी तरीके से डिग्री कोर्स संचालित कर रहे हैं। हालांकि यूजीसी ने इस तरह की कार्रवाई कोई पहली बार नहीं की, बल्कि वह ऐसे स्वयंभू संस्थानों और उनके फर्जी कोर्सों को लेकर छात्रों को समय-समय पर अलर्ट करती ही रहती है। इससे पहले वह 24 ऐसे ही स्वयंभू संस्थानों को फर्जी घोषित कर चुकी है। जो खुद के नाम के आगे विश्वविद्यालय या राज्य विश्वविद्यालय जैसे नाम लगाकर छात्रों को गुमराह कर रहे थे।

दाखिला लेने से पहले संस्‍थान की हकीकत को परखें

यूजीसी के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी गई है, कि वह उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिला लेने से पहले उसकी हकीकत को परखें। साथ ही यह जांचे कि उसने यूजीसी से मान्यता ली है या नहीं। यूजीसी की बेवसाइट पर जाकर भी ऐसे संस्थानों की जानकारी को जांच सकते है। इसके बाद ही वह दाखिला। अन्यथा अपने भविष्य के लिए वह खुद जिम्मेदार है, क्योंकि स्वयंभू संस्थानों की फर्जी डिग्री अमान्य है। उनके आधार पर उन्हें कहीं नौकरी नहीं मिलेगी।


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