Move to Jagran APP

देश में आतंकी हमले की फिराक में थे पुणे से गिरफ्तार आइएस के गुर्गे, काफी खतरनाक हैं इनके मंसूबे

सादिया शेख (22) को पहले एटीएस टीम ने 2015 में आईएसआईएस लिंक के संबंध में गिरफ्तार किया था और बाद में काउंसलिंग के बाद रिहा कर दिया गया था।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 07:19 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 10:38 PM (IST)
देश में आतंकी हमले की फिराक में थे पुणे से गिरफ्तार आइएस के गुर्गे, काफी खतरनाक हैं इनके मंसूबे
देश में आतंकी हमले की फिराक में थे पुणे से गिरफ्तार आइएस के गुर्गे, काफी खतरनाक हैं इनके मंसूबे

नई दिल्ली/ पुणे, एजेंसियां। महाराष्ट्र के पुणे से रविवार को गिरफ्तार किए गए आतंकी संगठन आइएस खुरासान के दोनों गुर्गे देश में आतंकी हमलों को अंजाम देने के फिराक में थे। आरोपित भोले-भाले लोगों को गुमराह कर आतंकी संगठन में भर्ती करने और आइएस की विचारधारा को फैलाने का भी काम कर रहे थे।

loksabha election banner

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि पुणे से गिरफ्तार किया गया 27 वर्षीय नाबील एस. खत्री जिम चलाता है, जबकि 22 वर्षीय सादिया अनवर शेख बारामती में मास कम्यूनिकेशन एवं पत्रकारिता की पढ़ाई कर रही है। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने जामिया नगर से जहांजैब सामी व उसकी पत्नी हिना बशीर बेग की गिरफ्तारी के बाद आठ मार्च को एक मामला दर्ज किया था। दोनों आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के खुरासान मॉड्यूल से जुड़े थे। वे देश विरोधी गतिविधियों में भी संलिप्त थे। उनका अब्दुल्लाह बासित से भी संबंध था, जो फिलहाल एनआइए के एक अन्य मामले में तिहाड़ जेल में बंद है।

कूट संदेशों के जरिये रचते थे षड्यंत्र

एनआइए के अनुसार, सादिया कूट संदेशों का आदान-प्रदान करने वाले मोबाइल एप के जरिये जहांजैब, हिना व बासित के साथ संपर्क में थी। वे लोग इन एप के जरिये देश में आइएस की विचारधारा को फैलाने और उसकी गतिविधियों को अंजाम देने का षड्यंत्र रचते थे।

जम्मू-कश्मीर को दहलाना चाहती थी सादिया

केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि जहांजैब, बासित व नाबील देश में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए वाहन व फर्जी सिम कार्ड की व्यवस्था, हथियारों की खरीद तथा इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) बनाने आदि का काम कर रहे थे। सादिया आइएस के लिए वर्ष 2015 से सोशल मीडिया के जरिये गुर्गो की भर्ती कर रही थी और वह जम्मू-कश्मीर को दहलाना चाहती थी। वर्ष 2018 में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उससे पूछताछ भी की थी।

सादिया शेख को पहले एटीएस टीम ने 2015 में आईएसआईएस लिंक के संबंध में गिरफ्तार किया था और बाद में काउंसलिंग के बाद रिहा कर दिया गया था। 2015 में उसे हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था, जबकि कथित तौर पर ISIS में शामिल होने के लिए वह सीरिया जाने का प्रयास कर रही थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.