राष्ट्रपति भवन में गवर्नर्स कॉन्फ्रेंसः राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मौजूद
नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में दो दिवसीय राज्यपाल सम्मेलन की शुरुआत हो रही है जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रपति कोविंद करेंगे।
नई दिल्ली (एएनआई)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों और लेफ्टिनेंट गवर्नरों की दो दिवसीय सम्मेलन की शुरुआत हो चुकी है। राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाला यह 49वां गवर्नर्स कांफ्रेंस है और राष्ट्रपति कोविंद की अध्यक्षता में ये दूसरा सम्मेलन होगा। बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडु औऱ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति भवन में राज्यपाल सम्मेलन में शामिल होने पहुंच चुके हैं।
राज्यपालों का पहला सम्मलेन राष्ट्रपति भवन में 1949 में शुरू हुआ था। उस दौरान भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल सी. राजगोपालाचारी की अध्यक्षता में ये सम्मेलन कराया गया था। आज से शुरू हो रहे दो दिवसीय सम्मेलन में पांच अलग-अलग सत्रों के दौरान महत्वपूर्ण विषयगत मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
सम्मेलन का दूसरे सत्र में भारत सरकार और आंतरिक सुरक्षा विभाग के द्वारा संचालित महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के बारे में बताया जाएगा। इस सत्र के दौरान नीति आयोग के सीईओ, वाइस चेयरमैन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के द्वारा प्रेजेंटेशन भी दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
तीसरे सत्र में राज्य विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा और रोजगार के लिए कौशल विकास की जरूरत पर चर्चा की जाएगी। गुजरात के राज्यपाल इस सत्र की अध्यक्षता करेंगे। इस सत्र के दौरान इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रमोशन विभाग के उच्च शिक्षा सचिव अपना प्रजेंटेशन देंगे।
चौथे सत्र में राज्यपाल और लेफ्टिनेंट गवर्नर 'राज्यपाल-विकास के राजदूत: समाजिक बदलाव के लिए अहम भूमिका निभाने वाले एजेंट' नामक रिपोर्ट पर चर्चा करेंगे। आपको बता दें कि ये रिपोर्ट राज्यपाल समिति के द्वारा 9 जनवरी 2018 को राष्ट्रपति को सौंपा गया था। राज्यपाल समिति का गठन अक्टूबर 2017 में 48वें राज्यपाल सम्मेलन में किया गया था। इस चौथे सत्र को आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के राज्यपाल संबोधित करेंगे।
5 जून 2018 को कार्यक्रम का पांचवा सत्र आयोजित होगा जिसमें इस पर चर्चा की जाएगी कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को किन तरीकों से मनाया जाएगा। इस सत्र में ग्राम स्वराज अभियान औऱ स्वच्छता इंटर्नशिप पर प्रेजेंटेशन दिया जाएगा, इसके बाद राज्यपाल और लेफ्टिनेंट गवर्नर इस पर अपनी सलाह भी देंगे। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल इस सत्र की अध्यक्षता करेंगे।
छठे और अंतिम सत्र में पिछले सत्रों के आयोजन पर चर्चा औऱ विमर्श किया जाएगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु, प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस अंतिम सत्र का हिस्सा होंगे।
केंद्र शासित प्रदेशों पर एक विशेष सत्र 5 जून, 2018 को आयोजित किया जाएगा, जिसमें केंद्र शासित प्रदेशों के लेफ्टिनेंट गवर्नर / प्रशासक विभिन्न प्रमुख कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की स्थिति पर चर्चा करेंगे। कैबिनेट सचिव, गृह सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक का हिस्सा होंगे।
सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के गवर्नर और लेफ्टिनेंट गवर्नर सम्मेलन में भाग लेंगे। उपराष्ट्रपति; प्रधान मंत्री; गृह मामलों के केंद्रीय मंत्री; विदेशी मामले; मानव संसाधन विकास; कौशल विकास और उद्यमिता; एनआईटीआई आयोग के संस्कृति और उपाध्यक्ष और सीईओ मंत्रालय और विभिन्न मंत्रालयों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के राज्य मंत्री (आई / सी) भी भाग लेंगे।