Congress MLAs arrested: लॉकडाउन तोड़ने पर मप्र में कांग्रेस के दो विधायक गिरफ्तार, जेल भेजा
दो कांग्रेस विधायकों को उज्जैन पुलिस ने शांति भंग करने और लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
उज्जैन, जेएनएन। मध्य प्रदेश के दो कांग्रेस विधायकों को उज्जैन पुलिस ने शांति भंग करने और लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जिले के तराना क्षेत्र के विधायक महेश परमार और रतलाम जिले के आलोट के विधायक मनोज चावला मजदूरों की समस्याओं को लेकर उज्जैन से भोपाल तक पद यात्रा पर निकलना चाह रहे थे।
दोनों का कहना था कि वे भोपाल पहुंचकर राज्यपाल से मिलेंगे और राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौपेंगे। उज्जैन में सुबह महाकाल शिखर दर्शन के बाद दोनों विधायक पांच अन्य नेताओं के साथ आगे बढ़े। पुलिस ने उन्हें समझाइश दी, मगर विधायक और कांग्रेस नेता नहीं माने और सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। इसके बाद पुलिस ने शांति भंग करने और लॉकडाउन उल्लंघन का प्रकरण दर्ज कर दोनों विधायकों और पांच अन्य नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उन्हें भैरवगढ़ जेल भेज दिया गया। उनकी जमानत को लेकर भी बुधवार देर शाम तक हंगामा चलता रहा।
राज्य सरकार की तानाशाही : परमार
विधायक महेश परमार ने उनकी गिरफ्तारी को राज्य सरकार को तानाशाही बताया। उज्जैन के कांग्रेस नेताओं का कहना है कि प्रदर्शन के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई थीं। पैदल यात्रा के लिए ई-पास भी बनवा लिए थे। इस तानाशाही के खिलाफ कांग्रेस आंदोलन करेगी।
विधायकों की गिरफ्तारी अलोकतांत्रिक : कमल नाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भोपाल में बयान जारी कर कहा कि किसान और मजदूर भाइयों की समस्याओं को लेकर विधायक महेश परमार और मनोज चावला पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पदयात्रा पर निकले थे, उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। उन्होंने विधायकों की गिरफ्तारी को अलोकतांत्रिक, तानाशाहीपूर्ण व दमनकारी कदम बताया और तुरंत रिहा करने की मांग की।