सुदर्शन टीवी मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं दो कांग्रेस नेताओं की पत्नियां, जानें क्या है मामला
राजीव त्यागी की हाल में टीवी बहस में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई थी। उनकी पत्नी संगीता त्यागी और पवन खेड़ा की पत्नी कोटा नीलिमा ने याचिका में चार प्रमुख एंकरों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि उनके कार्यक्रम ज्यादातर सांप्रदायिक प्रकृति के होते हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। सुदर्शन टीवी मामले में दिवंगत कांग्रेस नेता राजीव त्यागी और पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा की पत्नियां हस्तक्षेप के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंची हैं। उनकी मांग है कि कुछ न्यूज एंकरों और हेट स्पीच के पैडलरों को बोलने की आजादी का लाभ नहीं दिया जाना चाहिए।
राजीव त्यागी की हाल ही में एक टीवी बहस में हिस्सा लेने के बाद दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई थी। उनकी पत्नी संगीता त्यागी और पवन खेड़ा की पत्नी कोटा नीलिमा ने अपनी हस्तक्षेप याचिका में चार प्रमुख एंकरों के प्राइम टाइम टीवी शो का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि उनके कार्यक्रम ज्यादातर सांप्रदायिक प्रकृति के होते हैं और सत्तारूढ़ पार्टी का समर्थन करते हैं।
अधिवक्ता सुनील फर्नाडीज के जरिये दाखिल याचिका में उन्होंने देश में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की स्थिति की तुलना नाजी जर्मनी से की है और याचिका पर तत्काल सुनवाई की मांग की है।
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि प्राथमिक तौर पर पाया गया है कि सुदर्शन टीवी के 'बिंदास बोल' ने कार्यक्रम संहिता का उल्लंघन किया है और चैनल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। शीर्ष अदालत ने कहा कि चैनल के खिलाफ कारण बताओ नोटिस के अनुपालन में सरकार द्वारा उठाए गए कदम अदालत के आदेशों के अधीन होंगे।
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस इंदू मलहोत्रा और जस्टिस केएम जोसेफ की पीठ को सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि सुदर्शन टीवी से 28 सितंबर तक जवाब मांगा गया है। अगर चैनल की तरफ से उत्तर नहीं दिया जाता है तो एक पक्षीय निर्णय लिया जाएगा