असम से सात रोहिंग्या प्रवासियों को भेजा वापस म्यांमार, 25 अब भी हिरासत केंद्रों में मौजूद
लिस का बयान उस कार्रवाई के बाद आया है, जिसके तहत 7 म्यांमार नागरिकों को वापस उनके देश भेज दिया गया है, जो साल 2012 से भारत में अवैध रूप से रहे रहे थे।
गुवाहाटी, एएनआइ। असम में अवैध रूप से रह रहे सात रोहिंग्या प्रवासियों को हाल ही में उनके देश म्यांमार वापस भेज दिया गया। हालांकि समस्या अभी खत्म नहीं हुई है। असम पुलिस का कहना है कि राज्य के अलग-अलग हिरासत केंद्र शिविरों में अब भी 25 म्यांमार नागरिक मौजूद हैं।
असम पुलिस के मुताबिक, 'आज भी असम में 25 म्यांमार निवासी अलग-अलग हिरासत केंद्र शिविरों में हैं। इनमें से 18 तेजपुर, 6 सिलचर और एक गोलपारा में है।' पुलिस का बयान उस कार्रवाई के बाद आया है, जिसके तहत 7 म्यांमार नागरिकों को वापस उनके देश भेज दिया गया है, जो साल 2012 से भारत में अवैध रूप से रहे रहे थे। भारत द्वारा उठाया गया यह इस तरह का पहला कदम है। इन अवैध प्रवासियों को 2012 में पकड़ा गया था और उसके बाद से वे असम के सिलचर स्थित कछार केंद्रीय जेल में बंद थे।
असम के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीमा) भास्कर जे. महंत ने बताया कि म्यांमार के सात नागरिकों को वापस भेज दिया गया। इन प्रवासियों को मणिपुर में मोरेह सीमा चौकी पर म्यांमार अधिकारियों को सौंपा गया। म्यांमार के राजनयिकों को वाणिज्यिक पहुंच प्रदान की गई थी, जिन्होंने प्रवासियों की पहचान की पुष्टि की।